ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पाकिस्तान से लगती सीमा पर एयर डिफेंस सिस्टम को आने वाले दिनों में और मजबूत किया जाएगा ताकि पड़ोसी मुल्क की तरफ से परिंदा भी पर नहीं मार सके। सिस्टम को इस कदर सख्त किया जाएगा कि छोटे ड्रोन से लेकर मिसाइलों, विमानों के भारतीय सीमा के निकट फटकने के आसार न रहें। इस सीमा पर भविष्य में एक और एस-400 एंटी मिसाइल सिस्टम भी तैनात किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, अगले एक साल के भीतर रूस से दो एस-400 सिस्टम मिलने की संभावना है। रूस से पूर्व में इसकी पांच यूनिट को खरीदा गया था। इनमें दो अभी मिलने बाकी हैं। इनकी आपूर्ति में यूक्रेन युद्ध के चलते देरी हुई है। अगले साल के मध्य तक भारत को ये दोनों यूनिट मिल जाएंगी। इनमें से एक को पाकिस्तान सीमा और एक को चीन सीमा पर तैनात किया जाएगा।
पाक से सटी सीमा पर दो एस 400 तैनात
अभी एस-400 मिसाइल सिस्टम की दो यूनिटों को पाकिस्तान से लगती सीमा पर तैनात किया गया है। इनमें एक कश्मीर और पंजाब के बॉर्डर को सुरक्षा प्रदान करता है तथा दूसरा राजस्थान व गुजरात के बार्डर को।
सूत्रों का मानना है कि एक और यूनिट की तैनाती के बाद पाकिस्तान सीमा पर एयर डिफेंस सिस्टम और मजबूत हो जाएगा। चीन की सीमा पर मौजूदा समय में एक एस-400 सिस्टम लगा हुआ है। भविष्य में एक और सिस्टम स्थापित किया जाएगा।
अतिरिक्त मिसाइल खरीदने पर भी विचार
यह भी खबर है कि भारत भविष्य में रूस से अतिरिक्त एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है।
राजस्थान-गुजरात में ‘आकाश’ की तैनाती संभव
स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली आकाश मिसाइल सिस्टम की तैनाती भी पाकिस्तान सीमा की तरफ बढ़ाई जाएगी। कश्मीर और पंजाब में इसकी पहले से मजबूत तैनाती है लेकिन राजस्थान-गुजरात के सैन्य केंद्रों पर भी इसकी तैनाती संभव है। बता दें कि पाक के साथ हालिया संघर्ष में एस-400 सिस्टम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन आदमपुर, पठानकोट, ऊधमपुर, बठिंडा और भुज में सैन्य ठिकानों पर पाक की मिसाइलें गिरी थीं, जिससे मामूली नुकसान भी हुआ।
एस-400 की ताकत
– यह दुश्मन की मिसाइलों को 400-600 किलोमीटर की दूरी से ट्रैक कर मारने में सक्षम
– इससे एक साथ 36 मिसाइलें दागी जा सकती हैं
– यह सतह से हवा में 30 मीटर तक की ऊंचाई पर मार कर सकता है।