ब्लिट्ज ब्यूरो
गोरखपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन के क्रम में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता, लचीलापन और डिजिटल अधिगम को सुदृढ़ करने की दिशा में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक महत्वपूर्ण और उपयोगी पहल की है। वर्ष 2026 से स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर ‘स्वयम’ पोर्टल के पाठ्यक्रमों को लागू करने का निर्णय लिया है।
यह व्यवस्था विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ सभी संबद्ध सभी 350 महाविद्यालयों में भी प्रभावी रूप से लागू की जाएगी। ऐसे में विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में अध्ययन करने वाले 2.5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को इस नई व्यवस्था का लाभ मिलेगा।
इसे लागू करने के पीछे विश्वविद्यालय का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मिश्रित शिक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों को जुड़ने का अवसर देना है।
आनलाइन और आफलाइन दोनों माध्यम से पाठ्यक्रम को कराना है। ‘स्वयम’ जैसे राष्ट्रीय डिजिटल मंच के माध्यम से विद्यार्थी देश के शीर्ष शिक्षकों और प्रतिष्ठित संस्थानों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इसके माध्यम से विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम का 40 प्रतिशत क्रेडिट अर्जित कर सकेंगे।
‘स्वयम’ के जरिये प्राप्त क्रेडिट को विश्वविद्यालय की अकादमिक व्यवस्था में नियमानुसार समाहित किया जाएगा। इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही महाविद्यालयों के प्राचार्यों को औपचारिक दिशा-निर्देश जारी करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि विद्यार्थियों को ‘स्वयम’ पाठ्यक्रमों की परीक्षा में शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा।

