Blitz Bureau
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री ने मध्य प्रदेश के महू में भारतीय सेना के तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों, आर्मी वॉर कॉलेज (एडब्ल्यूसी), इंफेंट्री स्कूल और मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन एंड इंजीनियरिंग (एमसीटीई) का दौरा किया। उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका समर्पण और कर्तव्य के प्रति समर्पण हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। आपकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण हमारा देश और इसकी सीमाएं लगातार सुरक्षित और मजबूत होती जा रही हैं।
रक्षामंत्री ने इस दौरान भारतीय सैनिकों को रणनीतियों और वॉर स्किल सिखाने के लिए प्रशिक्षण संस्थानों के बहुमूल्य योगदान की सराहना की। उनके साथ थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
समझौता ज्ञापनों के बारे में जानकारी दी
राजनाथ सिंह को इन संस्थानों में बेहतर इनक्यूबेशन, अनुसंधान केंद्र की स्थापना और प्रौद्योगिकियों के अवशोषण और परिवर्तन को सक्षम करने की दिशा में कई समझौता ज्ञापनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नेशनल स्पोर्ट्स में उनके योगदान को देखने के लिए आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने इंफेंट्री संग्रहालय का भी दौरा किया, जहां उन्हें इंफेंट्री के इतिहास और इसमें आधुनिक उपकरणों के समावेश के बारे में जानकारी दी गई। राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों से आह्वान किया कि वे वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य पर सर्तक नजर बनाए रखें और किसी भी प्रकार के खतरों से निपटने के लिए हमेशा सतर्क और तैयार रहें।
उन्होंने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है और सशस्त्र बल इस लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आप हमारी सीमाओं के रक्षक हैं और राष्ट्र निर्माण में सबसे आगे हैं।