ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और मॉरीशस जल्द ही स्थानीय मुद्राओं में व्यापार शुरू करेंगे। अब हम स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को सक्षम बनाने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने इसे दोनों देशों के बीच वित्तीय और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अगला बड़ा कदम बताया।
पीएम मोदी ने नदेसर स्थित होटल ताज में अपने संसदीय क्षेत्र में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मेजबानी की और मारीशस एवं भारत के अटूट सम्बंधों को एक परिवार का आध्यात्मिक मिलन कहा। उन्होंने दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधों पर द्विपक्षीय वार्ता की। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन, एक विशेष आर्थिक पैकेज और ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष अन्वेषण तक सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धताएं व्यक्त कीं।
पीएम मोदी ने मॉरीशस के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज के साथ-साथ कई परियोजनाओं की घोषणा की। मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ अपने संयुक्त प्रेस वक्तव्य में पीएम मोदी ने कहा कि यह पैकेज कोई सहायता नहीं है। यह हमारे साझा भविष्य में एक निवेश है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और मॉरीशस दोनों स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह पैकेज मॉरीशस की जरूरतों और प्राथमिकताओं का समर्थन करेगा। इसके साथ ही बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाएगा। सरकार ने मॉरीशस में विभिन्न परियोजनाओं के लिए अनुदान और अनुदान सह-ऋण (एलओसी) सहायता की भी घोषणा की। अनुदान सहायता में नए 500 बेड की क्षमता वाले सर शिवसागर रामगुलाम राष्ट्रीय अस्पताल का निर्माण, एक आयुष उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना, एक पशु चिकित्सा विद्यालय और पशु अस्पताल का विकास और हेलीकॉप्टरों का प्रावधान भी शामिल है। इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत लगभग 215 मिलियन डॉलर है। भारत मॉरीशस को 100 इलेक्टि्रक बसें देगा जिनमें से 10 बसों की पहली खेप पहुंच भी गई है।
प्रधानमंत्री डॉ. रामगुलाम ने पारिवारिक बंधनों की भावना को दोहराया और कहा कि उन्होंने और पीएम मोदी ने ‘महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श’ किया है एवं आपसी सहयोग जारी रखेंगे। उन्होंने इस स्थायी साझेदारी की प्रशंसा की।
अनुदान-सह-एलओसी सहायता के तहत, परियोजनाओं में एसएसआर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर का निर्माण, मोटरवे एम 4 का विकास, रिंग रोड चरण का विकास और चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (सीएचसीएल) द्वारा बंदरगाह उपकरणों का अधिग्रहण शामिल है। इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत लगभग 440 मिलियन डॉलर है।
दोनों पक्षों ने मॉरीशस में बंदरगाह के पुनर्विकास और पुनर्गठन तथा चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र के विकास और निगरानी में सहायता प्रदान करने पर भी सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की।