संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश का बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आज का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण दिन है। आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य का बजट आज पेश किया गया। यूपी सरकार का नौवां बजट है। पिछले आठ वर्ष में यूपी के लिए सरकार ने जो कदम उठाए, उसके अच्छे परिणाम आए हैं। यह वर्ष हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश का संविधान लागू होने के अमृत महोत्सव के साथ ही यूपी की स्थापना का महोत्सव वर्ष भी है। हम लखनऊ में संविधान के शिल्पी बाबा साहब अंबेडकर की स्मृति में सांस्कृतिक स्मारक की स्थापना कर रहे हैं। उन्हीं थीम पर हम बजट पेश कर रहे हैं। पिछले वर्ष अन्नदाता किसानों की थीम पर आधारित बजट था।
पिछले सभी बजट की अलग अलग थीम थी। 2017 में पहला बजट अन्नदाता किसानों को समर्पित था। 2018-19 का बजट उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से उबारकर इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण औद्योगिक विकास को समर्पित था। उन्होंने कहा कि 2019 का बजट महिला सशक्तिकरण को समर्पित था, महिला उत्थान के लिए हमने कई कार्य शुरू किए। 2020 का बजट उत्तरप्रदेश के युवाओं और रोजगार को समर्पित था, इसमें 2 करोड़ युवाओं को तकनीकी माध्यम से सशक्त बनाने के कार्य किए। 2021 का बजट स्वावलंबन से सशक्तिकरण की ओर था, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य पूर्ति के लिए था। 2022 का बजट अंत्योदय से आत्मनिर्भरता को तथा 2023 का बजट प्रदेश में आत्मनिर्भर को सुदृढ करने वाला था।
2024 का बजट रामराज्य को संकलिप्त था, पहली बार 65 करोड़ पर्यटक प्रदेश में आये। 2025 का बजट भारत की सनातन संस्कृति, महिला, गरीब, युवा कल्याण को समर्पित है, इसका केंद्रीय भाव ‘वंचित को वरीयता’ है।