अयोध्या। राम मंदिर की चारों दिशाओं में प्रस्तावित प्रवेश द्वारों का नामकरण मंदिर आंदोलन के अग्रणी संतों के नाम पर किया जाएगा। भवन-निर्माण समिति की बैठक में इन प्रवेश द्वारों के नामकरण पर चर्चा के साथ संतों की राय से अलग- अलग प्रवेशद्वार का नाम अलग- अलग संतों के नाम पर तय करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय को अधिकृत किया गया। इसकी पुष्टि भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने करते हुए बताया कि इस प्रस्ताव पर निर्णय लेने के लिए तीर्थ क्षेत्र महासचिव को अधिकार दिया गया है।
श्री राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन सप्त मंडपम के मध्य में पुष्करिणी (कुंड) का उत्खनन कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि कुंड के डिजाइन के साथ लंबाई-चौड़ाई व गहराई को लेकर मंथन किया जा रहा। इसके साथ कुंड में जल भरने व जल निकासी की व्यवस्था पर भी विमर्श चल रहा है। जनवरी माह में निर्माणाधीन कार्यों की गति बढ़ाने पर विचार हो रहा है क्योंकि एक तरफ ठंड के मौसम का प्रभाव व दूसरी तरफ प्रयाग राज के महाकुंभ में उमड़ने वाली भीड़ से काम प्रभावित होना स्वाभाविक है। इन मुद्दों को ध्यान में रखकर भविष्य की रणनीति तय की जा रही है।
भवन-निर्माण समिति चेयरमैन मिश्र का कहना है कि सप्त मंडपम के मंदिरों व शेषावतार के अलावा परकोटे में निर्माणाधीन छह मंदिरों के निर्माण की गति संतोषजनक है। इन मंदिरों में लगने वाली मूर्तियां भी लगभग तैयार हैं। जैसे-जैसे मंदिर तैयार होते जाएंगे मूर्तियों की स्थापना होती जाएगी