ब्लिट्ज ब्यूरो
आगरा। ताजनगरी आगरा में हिंदू से ईसाई बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस पर्दाफाश की कहानी बड़ी दिलचस्प है। केदार नगर में रहने वाले घनश्यामी हेमलानी सनातन धर्म को बचाने के लिए जासूस बन गए। वे दिल्ली से स्पाई कैमरा खरीद कर ले आए। ये चश्मा लगाकर वह धर्मांतरण गिरोह की प्रार्थना सभा में गए और सारी रिकॉर्डिंग कर ली। हेमलानी ने सबूत पुलिस को सौंप दिए। इसके बाद पुलिस ने राजकुमार लालवानी समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
घनश्याम हेमलानी ने बताया कि आरोपियों ने पहले उनका धर्म परिवर्तन का प्रयास किया था। ये लोग प्रार्थना सभाओं में लोगों को बुलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। ऐसा करने पर बीमारी और गरीबी दूर करने का झांसा देते थे। हेमलानी ने खुद को तो इस गिरोह के चंगुल में आने से बचाया ही, सनातन धर्म को बचाने के लिए भी प्रयास किया।
हेमलानी का कहना है कि उन्हें लगा कि ये गैंग सैकड़ों गरीब हिंदू परिवारों को शिकार बना रहा है। इसलिए उन्होंने इनका भंडाफोड़ करने का प्रण लिया। वह कमर में मोबाइल छिपाकर ले गए। कीर्तन के बाद मौन करने के दौरान थोड़ा सा वीडियो बनाया पर डर से मोबाइल अंदर रख लिया। उन्हें डर था कि आरोपियों ने पकड़ लिया तो जान से मार देंगे।
नौकरी दिलाने के नाम पर देता था झांसा
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार लालवानी चार साल पहले उल्लहास नगर, महाराष्ट्र गया था। यहां पर हिंदू से ईसाई बन गया। अपने घर आने के बाद धर्म परिवर्तन कराने लगा। लोगों को विश्वास में लेकर बीमारी ठीक करने के नाम पर यीशु का स्मरण कराता था।