ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। दुबई अपनी रईसी के लिए जाना जाता है। अरबपति शेख, बड़ी-बड़ी इमारतें, सोने-चांदी की भरमार और चमचमाती सड़कें इसकी खास पहचान हैं। अब इस देश के साथ एक नया रिकॉर्ड जुड़ने जा रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट दुबई में बनने जा रहा है। अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नाम से बनने वाला यह एयरपोर्ट इतना बड़ा होगा कि इसमें मुंबई जैसे शहर समा जाएंगे। दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का क्षेत्रफल इतना लंबा-चौड़ा (70वर्ग किमी) है कि यहां अगर कोई खो जाए तो उसे खोजने में पसीने छूट जाएंगे।
इस एयरपोर्ट पर 400 टर्मिनल गेट होंगे
दुबई का नया एयरपोर्ट दुबई के पुराने इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 5 गुना बड़ा होगा। इस एयरपोर्ट पर हर साल 26 करोड़ पैसेंजर सफर कर सकेंगे।
इस एयरपोर्ट को बनाने में 35 अरब डॉलर (2.90 लाख करोड़ रुपए) का खर्च आएगा। ये रकम इतनी ज्यादा है कि इसमें करीब दो दर्जन बुर्ज खलीफा बनकर तैयार हो सकते हैं। दरअसल बुर्ज खलीफा की लागत 12,500 करोड़ बताई जाती है। यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने दुबई की जरूरतों को देखते हुए इसके निर्माण का आदेश दिया था।
इस एयरपोर्ट का कुल एरिया 70 स्क्वायर किमी का है। इससे बनने में 10 साल लगेंगे । इस एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ऑपरेशन को भी इसी एयरपोर्ट पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा। दुबई के इस एयरपोर्ट के पास चारों ओर एक पूरा शहर बसाया जाएगा। इससे 10 लाख लोगों के हाउसिंग प्रोजेक्ट का काम भी पूरा होगा। यह एयरपोर्ट न केवल सबसे बड़ा बल्कि सबसे महंगे एयरपोर्ट में से एक होगा। यह कोरोना के समय एमिरेट एयरलाइन्स के डबल-डेकर एयरबस ए380 और कई दूसरे विमानों की पार्किंग के काम आता था। यहां एयरशो किए जाते थे, लेकिन अब वहां दुनिया का सबसे बड़ा और विशाल एयरपोर्ट बन रहा है।