ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा है कि भारत के एविएशन सेक्टर में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा, ‘हमें निकट भविष्य में करीब 20 हजार पायलटों की जरूरत होगी।’ पायलट एविएशन सेक्टर की रीढ़ हैं। इनके लाइसेंस अब पहले की तरह कार्ड सिस्टम वाले नहीं बल्कि ईपीएल यानी इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस बनाए जाएंगे।’ यह बात उन्होंने कमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल) सिस्टम को बदलकर डिजिटल सिस्टम में ईपीएल को लांच करते हुए कही।
चीन के बाद दूसरे नंबर पर भारत
इसी के साथ भारत दुनिया में चीन के बाद ऐसा दूसरा देश बन गया है जहां पायलटों के लिए ईपीएल जारी किया जाना शुरू किया जाएगा। यह सिस्टम इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन के 2022 में तमाम देशों से ईपीएल बनाने की दिशा में काम करने के लिए कहने के बाद भारत में भी शुरू किया गया है। ईपीएल सिस्टम को शुरू करने से पहले डीजीसीए पायलटों को स्मार्ट कार्ड के रूप में सीपीएल जारी करता था।
डीजीसीए ने आज तक 62 हजार कार्ड लाइसेंस जारी किए हैं। साल 2024 में ऐसे 20 हजार सीपीएल जारी किए गए। औसतन हर महीने 1667 कार्ड जारी हुए।
ईपीएल तेजी से बन सकेंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईपीएल एक व्यक्तिगत लाइसेंस का डिजिटल संस्करण है जो पायलटों के लिए पारंपरिक लाइसेंस की जगह लेगा। यह भारत सरकार की ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ और ‘डिजिटल इंडिया’ पहल के अनुरूप एक सहज और पारदर्शी प्रक्रिया है। यह ईपीएल एक मोबाइल ऐप के माध्यम से सुरक्षित रूप से उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में देश में एयरपोर्ट की संख्या दो गुना होकर 157 हो गई है। अगले 5 साल में देश में 50 और एयरपोर्ट ओपन हो जाएंगे। हमारे पास 1,700 विमान के ऑर्डर हैं, जो भारतीय बेड़े में आने वाले हैं। कार्यक्रम में नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनम और डीजीसीए के डीजी फैज अहमद किदवई भी उपस्थित थे।