ब्लिट्ज ब्यूरो
पणजी। नौसेना की दो महिला अधिकारी नौका से दुनिया का चक्कर लगाने के चुनौतीपूर्ण अभियान पर गोवा से रवाना हुईं। लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. के मई 2025 में गोवा लौटने की उम्मीद है। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने दक्षिणी नौसेना के कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास की उपस्थिति में इस ऐतिहासिक यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले भी दोनों ने कई सफर तय किए हैं।
तीन अहम अभियान पूरे
1.दोनों ने पिछले साल एक अंतर- महासागरीय अभियान में हिस्सा लिया था, जो गोवा से केप टाउन होते हुए रियो डि जिनेरियो गया।
2. पिछले साल ही दोनों ‘डबल- हैंडेड मोड’ में गोवा से पोर्ट ब्लेयर तक और फिर वापसी की।
3. इसी वर्ष गोवा से मॉरीशस के पोर्ट लुईस तक समुद्री यात्रा भी ‘डुअल हैंड मोड’ में पूरी की।
इस ऐतिहासिक यात्रा को पणजी के निकट नौसेना महासागर नौकायन नोड, आईएनएस मांडवी से रवाना किया गया। दोनों अधिकारी भारतीय नौसेना के नौकायन पोत तारिणी पर सवार हुईं। तारिणी एक पाल नौका है।
दोनों महिला नाविक सबसे खतरनाक जलमार्गों से होकर गुजरेंगी, जिसमें तीन विशाल केप केप लीउविन, केप हॉर्न और केप ऑफ गुड होप के आसपास का खतरनाक मार्ग भी शामिल है।