संजय द्विवेदी
लखनऊ। देश के मानचित्र पर एक ऐसा राज्य है जो न सिर्फ भौगोलिक दृष्टि से बल्कि इतिहास, संस्कृति, राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी भारत के केंद्र में रहता है। इस राज्य की सीमा 8 राज्यों, एक केंद्र शासित प्रदेश और एक पड़ोसी देश से लगती है।
भारत के जिस राज्य को देश का दिल कहा जाता है वह करीब 2 लाख 40 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है और क्षेत्रफल में देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है जबकि जनसंख्या के मामले में यह भारत में पहले स्थान पर है। यहां की आबादी कई देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है।
रामायण, महाभारत से जुड़ा इतिहास
भारत के इस राज्य का इतिहास करीब चार हजार साल पुराना माना जाता है। रामायण और महाभारत जैसी महाकाव्य गाथाओं की भूमि से लेकर भगवान बुद्ध के पहले उपदेश तक, यह प्रदेश भारतीय सभ्यता की नींव रहा है। मुगल काल में सत्ता का केंद्र रहा यह क्षेत्र, ब्रिटिश शासन में ‘संयुक्त प्रांत’ के नाम से जाना गया।
भौगोलिक स्थिति
भौगोलिक रूप से यह राज्य भारत के मध्य-उत्तरी भाग में स्थित है और इसकी सीमाएं हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार से मिलती हैं। साथ ही यह दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश और नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी जुड़ा हुआ है।
कहलाता है ‘भारत का दिल’
इतनी जानकारी के बाद तो आप समझ ही गए होंगे कि यह है देश का राज्य उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश 8 राज्यों, 1 केंद्र शासित प्रदेश और एक विदेशी देश नेपाल से सीमा साझा करने वाला भारत का इकलौता राज्य है। यूपी की रणनीतिक और राजनीतिक अहमियत पूरे देश में सबसे अलग मानी जाती है। इसी वजह से यूपी को अक्सर ‘देश का दिल’ कहा जाता है। देश के औद्योगिक विकास में भी यह राज्य एक विशेष स्थान रखता है।
कृषि और उद्योंगों में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार
उत्तर प्रदेश की रीढ़ कृषि है। यहां गेहूं, गन्ना, आलू और दालों का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। इसके साथ ही चीनी मिलें, हथकरघा, पीतल उद्योग, चमड़ा उद्योग और पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ हैं।
प्रशासन और जिले
प्रशासनिक तौर पर उत्तर प्रदेश में 18 मंडल और 75 जिले हैं जबकि राजधानी लखनऊ है। बीते कुछ वर्षों में एक्सप्रेसवे नेटवर्क, एयरपोर्ट, औद्योगिक कॉरिडोर और बुनियादी ढांचे के विकास ने राज्य की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार दी है।
धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन
धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के लिहाज से उत्तर प्रदेश विश्व मानचित्र पर खास स्थान रखता है। आगरा का ताजमहल, काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या का राम मंदिर, कुशीनगर के बौद्ध तीर्थ, मथुरा-वृंदावन के कृष्ण मंदिर, और प्रयागराज का संगम, हर साल करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
शिक्षा, साहित्य और कला
में ऐतिहासिक भूमिका
शिक्षा, साहित्य और कला के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश की भूमिका ऐतिहासिक रही है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों ने देश को अनगिनत विद्वान, लेखक और वैज्ञानिक दिए हैं। हिंदी और उर्दू साहित्य की समृद्ध परंपरा, कथक नृत्य, और अवधी-भोजपुरी संस्कृति की जड़ें भी इसी धरती में समाई हैं और देश की प्रतिष्ठित आर्इआर्इटी में से एक कानपुर में स्थित है तथा राष्ट्रीय शर्करा संस्थान भी यहां शोभा बढ़ाते हैं।
देश को 9 प्रधानमंत्री और 2 राष्ट्रपति दिए
इतिहास से वर्तमान तक, उत्तर प्रदेश न सिर्फ भारत की पहचान रहा है बल्कि भविष्य की दिशा तय करने में भी इसकी भूमिका निर्णायक मानी जाती है। केंद्र की राजनीति को भी सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तर प्रदेश ही करता है। यह देश को अब तक 9 प्रधानमंत्री और दो राष्ट्रपति दे चुका है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी निर्वाचन क्षेत्र वारणसी है।
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