ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश ने 9 जुलाई को एक बार फिर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में इतिहास रच दिया। ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत प्रदेश भर में 37 करोड़ पौधे रोपे गए। इस महायज्ञ में करीब 25 करोड़ नागरिकों की सहभागिता के साथ 26 विभाग, 60,182 जनप्रतिनिधि, 3.40 करोड़ विद्यार्थी, 2.24 करोड़ किसान, 13 लाख राजकीय कर्मचारी, 4.69 लाख अधिवक्ता, 27 हजार स्वयंसेवी संस्थाएं और 15 हजार किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) शामिल हुए। इस अभियान के साथ उत्तर प्रदेश हरित क्षेत्र में वृद्धि के मामले में देश में दूसरा स्थान हासिल कर चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, आजमगढ़ और गोरखपुर में वृक्षारोपण किया जबकि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बाराबंकी में इस अभियान में हिस्सा लिया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मेरठ और ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में पौधरोपण कर इस अभियान को गति दी।
आगरा में बना नया रिकॉर्ड
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा में 2100 लोगों ने एक साथ पौधे लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया। यह आयोजन सामूहिक जनसहभागिता का एक अनूठा उदाहरण रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए व्यापक तैयारियां की थीं और इसे पर्यावरण जागरूकता का एक प्रतीक माना
हरित क्षेत्र में यूपी की उपलब्धि
उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में वृक्षारोपण के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। इस अभियान के जरिए राज्य ने हरित क्षेत्र में वृद्धि के मामले में देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि को जनता की भागीदारी और सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “यह अभियान केवल पौधे लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ हवा और बेहतर पर्यावरण सुनिश्चित करने का संकल्प है।”
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। सभी जिलों में पौधरोपण के लिए नर्सरियों से पौधे उपलब्ध कराए गए और प्रत्येक पौधे की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की गई। जीआईएस मैपिंग और डिजिटल मॉनिटरिंग के जरिए रोपे गए पौधों की निगरानी की जाएगी ताकि उनकी जीवितता सुनिश्चित हो सके।

































