विनोद शील
नई दिल्ली। भारत अपनी वायु और नौसेना की ताकत को बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े कदम उठा रहा है। इसी क्रम में भारतीय नौसेना को लेकर भारत-ब्रिटेन के बीच अब तक की सबसे बड़ी डील हुई है। इस समझौते के तहत ब्रिटेन भारत को ऐसा पावरफुल सिस्टम देगा जिससे भारतीय जंगी जहाज समंदर में बुलेट ट्रेन की रफ्तार से दौड़ेंगे। ऐसा होते ही भारतीय नौसेना को युद्ध के दौरान जबरदस्त रणनीतिक बढ़त मिलेगी जिससे वे पलभर में ही दुश्मन के खेमे में हाहाकार मचा सकते हैं। इस डील से इंडियन नेवी की ताकत में अभूतपूर्व इजाफा होगा।
भारत को इस बात का लंबे समय से इंतजार था कि कैसे भारतीय जंगी जहाजों की रफ्तार को बढ़ाया जाए। मोदी सरकार ने वक्त की जरूरत को समझा और ये डील फाइनल करने में जरा भी देर नहीं की। इस डील से भारत को ब्रिटेन से इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम मिलेगा।
ये है डील भारत-ब्रिटेन के बीच
भारत और यूनाइटेड किंगडम ने भारतीय नौसेना के लिए इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम के डिजाइन और विकास पर सहयोग करने के लिए एक एसओआई पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत भारत ब्रिटेन के साथ मिलकर अपने लिए इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम विकसित करेगा। वो भारत को इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम से जुड़ी ट्रेनिंग, उपकरण और ढांचागत संसाधनों के विकास के लिए सहयोग करेगा। भारत के जंगी जहाज तेजी के साथ दुश्मन पर अटैक कर पाएंगे। इससे नौसेना को दुश्मन के खिलाफ रणनीतिक बढ़त मिल पाएगी। किसी भी युद्ध को जीतने में रफ्तार की बड़ी भूमिका होती है। जो जितनी तेजी के साथ अटैक कर सकता है उसके जीतने की संभावना उतनी ही अधिक बढ़ जाती है।
भा रत के कॉमर्शियल जहाज भी अपने गंतव्य तक शीघ्र पहुंच पाएंगे। इससे भारत का समय और पैसा, दोनों ही बचेगा। इसलिए ये डील भारत के लिए सोने पे सुहागा साबित होगी। भारत में अभी जितने भी जहाज हैं वे डीजल, इंजन, गैस टरबाइन या फिर स्टीम टरबाइन से चलते हैं। इनकी रफ्तार कम होती है, लेकिन इनकी तुलना में इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम काफी पावरफुल होता है। जब ये भारतीय जंगी जहाजों में लगेगा तो उनकी रफ्तार में जबरदस्त इजाफा होगा। इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम के जरिए भारी लड़ाकू जहाज आसानी से सागर में दौड़ाए जा सकते हैं। वजह, इलेक्टि्रक प्रोपल्शन सिस्टम समंदर में काफी तेज के साथ पानी को पीछे धकेलता है, जिससे जहाज काफी तेज रफ्तार से चल पाता है।