ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अडाणी विझिंजम पोर्ट पर नौ महिला ऑपरेटर यार्ड क्रेन के संचालन का प्रबंधन कर रही हैं। यहां पर कुल 20 क्रेन ऑपरेटर काम कर रहे हैं। भारत में यह पहली बार है कि महिलाएं स्वचालित सीआरएमजी क्रेन का नियंत्रण संभाल रही हैं।
अब तक क्रेनों के संचालन और इससे जुड़े कामों में पुरुषों का वर्चस्व रहा है। अब इस क्षेत्र में भी महिलाएं सामने आकर अपने काम को बखूबी अंजाम दे रही हैं। महिला सशक्तिकरण का ऐसा ही उदाहरण अडाणी विजिंगम पोर्ट पर महिला ऑपरेटरों ने पेश किया है।
कर रहीं शानदार काम
सीआरएमजी क्रेनों का उपयोग भारी भरकम सामानों को उठाने के लिए किया जाता है। खासतौर पर इसका उपयोग कंटेनरों को उठाने और एक जगह से दूसरी जगह पर रखने के लिए किया जाता है। इस तरह के काम में बेहद सटीकता की जरूरत होती है, जिसे महिला ऑपरेटर बखूबी अंजाम दे रही हैं।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 से पहले एक विशेष कार्यक्रम में अडाणी ग्रुप ने गुजरात के खावड़ा और मुंद्रा में समूह की परियोजनाओं में नौ देशों की महिला राजदूतों के एक प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया, जहां उन्होंने भारत की क्लीन एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्टि्रयल डेवलपमेंट की प्रगति को करीब से देखा।