ब्लिट्ज ब्यूरो
विशाखापत्तनम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वें योग दिवस पर पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से पूरी दुनिया आज किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। अशांति-अस्थिरता बढ़ रही है। ऐसे में योग से शांति की दिशा मिलती है। योग ऐसा ‘पॉज’ बटन है, जिसकी पूरी मानवता को जरूरत है। यह सांस लेने, संतुलन साधने और खुद को फिर से पूर्ण करने के लिए आवश्यक है।
पीएम मोदी ने विशाखापत्तन में समुद्र तट पर करीब तीन लाख लोगों के साथ योगासन किए। उन्होंने इसे मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत बताया, ताकि योग वैश्विक भागीदारी का माध्यम बन जाए। हर देश-समाज जीवनशैली व लोकनीति का हिस्सा बनाए। यह शांत, संतुलित एवं स्थिर विश्व को गति देगा।
पीएम मोदी ने कहा, योग टकराव से सहयोग और तनाव से समाधान की ओर ले जाने में सक्षम है। हम योग को ऐसा जन-आंदोलन बनाएं, जो विश्व को शांति, सेहत व समरसता की ओर ले जाए। जहां हर व्यक्ति दिन की शुरुआत योग से करे और जीवन में संतुलन पाए। जहां हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो। जहां योग मानवता को एकसूत्र में पिरोने का माध्यम बने। योग एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य का वैश्विक संकल्प बन जाए।
योग सभी के लिए है। चाहे वह सिडनी ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हो, माउंट एवरेस्ट की चोटी हो या समुद्र का विशाल विस्तार हो। संदेश एक ही है- योग सीमाओं, पृष्ठभूमि, उम्र या क्षमता से परे सभी के लिए है। – पीएम नरेंद्र मोदी
गिनीज समेत 23 वर्ल्ड रिकॉर्ड बने
विशाखापत्तनम में योग दिवस पर दो गिनीज समेत 23 वैश्विक रिकॉर्ड बने। समुद्र तट के किनारे कुल 3.03 लाख लोगों के जुटने से एक ही स्थान पर सबसे अधिक लोगों के योग करने का विश्व रिकॉर्ड बना।
वहीं, 22,122 आदिवासी छात्रों के एक ही स्थान पर 108 मिनट तक एकसाथ 108 सूर्य नमस्कार करने पर दूसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बताया, इसके साथ 21 बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बने। उन्होंने कार्यक्रम की मेजबानी की अनुमति के लिए पीएम मोदी का आभार जताया।


































