ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कनाडा में पढ़ने जाने वाले छात्रों के लिए अब नए ‘पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट’ (पीजीडब्ल्यूपी) नियम लागू हो गए हैं। नए नियम 1 नवंबर से लागू हुए हैं, जिसके तहत पीजीडब्ल्यूपी प्रोग्राम में कुछ बदलाव देखने को मिलने वाले हैं। कनाडा में पढ़ाई के बाद विदेशी छात्रों को काम करने के लिए वर्क परमिट मिलता है, जिसे पीजीडब्ल्यूपी के तौर पर जाना जाता है।
इमिग्रेशन, रेफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा (आईआरसीसी) के जरिए किए गए बदलाव में पीजीडब्ल्यूपी को लेकर शर्तें बदली गई हैं। इसे जारी करने से पहले अब सबसे ज्यादा जोर भाषा पर दिया जाएगा। साथ ही देखा जाएगा कि छात्रों ने किन सब्जेक्ट्स की पढ़ाई की है। ये बदलाव इसलिए किए गए हैं, ताकि कनाडा का पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा सिस्टम वहां की लेबर मार्केट की जरूरत के अनुरूप हो। हालांकि पीजीडब्ल्यूपी हासिल करने के लिए कुछ पुराने एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया वैसे ही हैं।
भाषा को लेकर क्या बदलाव हुआ
पीजीडब्ल्यूपी के लिए आवेदन करते समय आवदेकों को भाषा पर अपनी पकड़ का सबूत देना होगा। कनाडा चाहता है कि विदेशी छात्रों के पास नौकरी के लिए जरूरी कम्युनिकेशन स्किल हो। भाषा में दक्षता साबित करने वाले सर्टिफिकेट दो साल से ज्यादा पुराने नहीं होने चाहिए। अंग्रेजी भाषा में दक्षता को सीईएलपीआईपी, आईईएलटीएस या पीईटी स्कोर के जरिए साबित किया जा सकता है। फ्रेंच के लिए आईआरसीसी,टीईएफ कनाडा, टीसीएस कनाडा और एनसीएलसी स्कोर होना जरूरी है।
कोर्स से जुड़ी क्या शर्तें हैं?
पहले ज्यादातर कोर्सेज की पढ़ाई करने पर पीजीडब्ल्यूपी मिल जाता था। मगर अब वर्कर्स की कमी को देखते हुए कुछ खास फील्ड से जुड़ी पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए इसे हासिल करना आसान होगा। एग्रीकल्चर एंड एग्री फूड्स, हेल्थकेयर, साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स, ट्रेड और ट्रांसपोर्ट जैसे फील्ड्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए पीजीडब्ल्यूपी पाना सरल होगा। कनाडा सरकार ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि इन सेक्टर्स में चल रही वर्कर्स की कमी को दूर किया जा सके।
एप्लिकेशन प्रोसेस और प्रोसेसिंग शर्तों में क्या बदलाव हुआ
आईआरसीसी की तरफ से एप्लिकेशन जमा करने की प्रक्रिया में भी बदलाव किया गया है। नए नियमों के तहत पीजीडब्ल्यूपी एप्लिकेशन ऑनलाइन जमा करने होंगे, फिर आवदेक कनाडा के भीतर से या विदेश से आवेदन कर रहा हो। आवेदक अब पोर्ट ऑफ एंट्री पर अपना एप्लिकेशन जमा नहीं कर सकता है। जिन छात्रों को ऐसे सेक्टर्स में काम करना है, जहां मेडिकल एग्जाम की जरूरत है तो उन्हें पीजीडब्ल्यूपी एप्लिकेशन देने से 90 दिन पहले अपफ्रंट मेडिकल एग्जाम चुनने का ऑप्शन मिलेगा।
स्टूडेंट स्टेटस को लेकर क्या गाइडलाइंस
अगर किसी छात्र का स्टडी परमिट पीजीडब्ल्यूपी के लिए अप्लाई करने से पहले ही एक्सपायर हो जाता है, तो आईआरसीसी उसे स्टूडेंट स्टेटस बरकरार रखने के लिए 90 दिन का समय देगी। इस दौरान आवेदकों को अपने स्टूडेंट स्टेटस बहाल करने के लिए पीजीडब्ल्यूपी एप्लिकेशन और फीस दोनों जमा करने होंगे। हालांकि, छात्र तब तक काम नहीं कर सकते हैं, जब तक कि उन्हें उनका स्टडी और वर्क परमिट दोनों नहीं मिल जाता।