विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कुवैत दौरे के दौरान वैश्विक विकास में भारतीय प्रवासियों के योगदान की खूब प्रशंसा करते हुए एक विशेष कार्यक्रम ‘हला मोदी’ में कहा कि भारत ‘विश्व की कौशल राजधानी’ (स्किल कैपिटल) बनेगा। यहां जाबेर अल-अहमद अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में 26वें ‘अरेबियन गल्फ कप’ के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पीएम मोदी; कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के आमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे थे।
मोदी ने कहा, ‘हर साल सैकड़ों भारतीय कुवैत आते हैं। आपने कुवैती समाज में भारतीय स्पर्श जोड़ा है। आपने कुवैत के कैनवास को भारतीय कौशल के रंगों से भर दिया है। आपने कुवैत में भारत की प्रतिभा, तकनीक और परंपरा का सार मिला दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दशकों में भारत और कुवैत समृद्धि में महत्वपूर्ण साझेदार बनेंगे। मोदी ने कहा, ‘कुवैत के लोग ‘न्यू कुवैत’ बनाने के लिए समर्पित हैं, वहीं भारत के लोग 2047 तक एक विकसित भारत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कुवैत व्यापार और नवाचार के माध्यम से एक गतिशील अर्थव्यवस्था बनना चाहता है।
‘कुवैत के कैनवास में भारतीय कौशल के रंग
भारत भी नवाचार और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत के पास वह कौशल, प्रौद्योगिकी, नवाचार और जनशक्ति है जिसकी ‘न्यू कुवैत’ को आवश्यकता है। मोदी ने यहां प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत से यहां पहुंचने में आपको चार घंटे लगते हैं लेकिन किसी भारतीय प्रधानमंत्री को कुवैत जाने में चार दशक लग गए। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है।
मोदी ने कहा कि आप सभी भारत के विभिन्न भागों से आए हैं लेकिन आप सभी को देखकर ऐसा लगता है जैसे कि यहां एक मिनी हिंदुस्तान एकत्रित हुआ है।
भारत विश्व का सबसे युवा देश, पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भविष्य का भारत वैश्विक विकास का केंद्र होने के साथ-साथ दुनिया का विकास इंजन भी होगा। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आने वाले कई दशकों तक भारत विश्व का सबसे युवा देश बना रहेगा। उन्होंने प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और स्थिरता सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत के तेजी से बदलाव पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने कहा कि आज, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। हम फिनटेक में दुनिया का नेतृत्व करते हैं और वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माण देश भी है। उन्होंने बताया कि पिछले दशक में भारत द्वारा बिछाए गए ऑप्टिकल फाइबर की लंबाई चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी से आठ गुना अधिक थी।
पीएम मोदी ने भारत के स्टार्टअप पर प्रकाश डाला
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के स्टार्टअप पर भी प्रकाश डाला, जो कुवैत जैसे देशों के साथ सहयोग के लिए अपार अवसर प्रदान कर सकता है, विशेष रूप से फिनटेक, हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटी और हरित प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में। उन्होंने दुनिया की कौशल राजधानी बनने की भारत की क्षमता पर भी गौर किया और कहा कि देश वैश्विक कौशल की मांग को पूरा करने के लिए भी तैयार है। पीएम मोदी ने कहा, भारतीय स्टार्टअप फिनटेक से लेकर हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटी से लेकर ग्रीन टेक्नोलॉजी तक कुवैत की हर जरूरत के लिए अत्याधुनिक समाधान तैयार कर सकते हैं। भारत के कुशल युवा कुवैत की भविष्य की यात्रा को भी नई ताकत दे सकते हैं। भारत और कुवैत के बीच मजबूत संबंधों पर विचार करते हुए, पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में भारतीय प्रवासियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने 43 वर्षों के बाद उन्हें आमंत्रित करने के लिए कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा का भी आभार व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत-कुवैत रिश्ते को भारतीय समुदाय ने गहराई से समृद्ध किया है जो दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मोदी ने कहा कि 43 वर्षों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री सदियों पुरानी मित्रता को और मजबूत करने के लिए कुवैत की यात्रा पर आया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत और कुवैत के बीच संबंध सभ्यता, समुद्र, स्नेह, व्यापार और वाणिज्य के हैं। भारत और कुवैत अरब सागर के दो किनारों पर स्थित हैं। हमें सिर्फ कूटनीति ही नहीं जोड़ती बल्कि दिल के रिश्ते भी जोड़ते हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय से कहा कि आज, व्यक्तिगत रूप से, यह क्षण मेरे लिए बहुत खास है।
सदियों पुराने मजबूत व्यापारिक संबंधों को भी किया याद
मोदी ने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने मजबूत व्यापारिक संबंधों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि गुजरात में तो हम बड़े-बुजुर्गों से सुनते आए हैं कि कैसे कुवैत के व्यापारियों ने गुजराती सीखी, उसमें किताबें लिखीं और अपने विश्व प्रसिद्ध मोतियों का व्यापार हमारे बाजारों में किया। भारत और कुवैत के बीच लंबे समय से संबंध रहे हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को यह भी याद दिलाया कि 60-65 साल पहले कुवैत में भारतीय रुपए वैसे ही चलते थे जैसे भारत में चलते हैं।
पहला ‘ध्यान दिवस’ मनाया दुनिया ने
प्रवासी भारतीयों को भारत की विरासत और परम्परा की याद दिलाते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया ने पहला ‘ध्यान दिवस’ मनाया। उन्होंने कहा, ‘यह दिन भारत की हजारों साल पुरानी ध्यान परंपरा को समर्पित है। मोदी ने प्रवासी भारतीय समुदाय को जनवरी, 2025 में भारत में आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस और महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण दिया। अगले कुछ सप्ताहों में मनाए जाने वाले त्योहारों की लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने प्रवासी भारतीयों को उन त्योहारों में शामिल होने के लिए भारत आने और वापस लौटने से पहले गणतंत्र दिवस समारोह देखने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब महान अभिनेता दिलीप कुमार ने यहां पहले भारतीय रेस्तरां का उद्घाटन किया था। लेकिन भारत का असली जायका तो वहां जाकर ही पता चलेगा। इसलिए अपने कुवैती दोस्तों को साथ लेकर आएं!
श्रमिक शिविर का दौरा
पीएम मोदी ने यहां एक श्रमिक शिविर का दौरा भी किया और भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने इस दौरे को इस बात का प्रतीक बताया कि प्रधानमंत्री विदेशों में मौजूद भारतीय श्रमिकों के कल्याण को कितना महत्व देते हैं। उन्होंने अपनी यात्रा के पहले कार्यक्रम के रूप में लगभग 1,500 भारतीय नागरिकों की मौजूदगी वाले मीना अब्दुल्ला क्षेत्र स्थित एक श्रमिक शिविर का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न राज्यों से संबंधित विभिन्न वर्गों के भारतीय कामगारों से बातचीत की, उनका हालचाल पूछा और ‘गल्फ स्पिक लेबर कैंप’ में नाश्ते के दौरान उनमें से कुछ के साथ मेज पर भी बैठे। जून में दक्षिणी कुवैत के मंगफ इलाके में विदेशी श्रमिकों के निवास के लिए इस्तेमाल एक इमारत में लगी भीषण आग में 45 से अधिक भारतीयों की मौत के महीनों बाद मोदी की यह यात्रा हुई है। पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने विदेश में भारतीय श्रमिकों के कल्याण के लिए ई-माइग्रेट पोर्टल, मदद पोर्टल और उन्नत प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसी कई प्रौद्योगिकी-आधारित पहल की हैं। मंत्रालय ने श्रमिकों से प्रधानमंत्री की मुलाकात की तस्वीरों के साथ ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, मोदी ने भारतीय श्रमिकों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना। प्रधानमंत्री का दिन का पहला कार्यक्रम यह दर्शाता है कि भारत विदेशों में भारतीय श्रमिकों के कल्याण को कितना महत्व देता है।
पीएम मोदी का कई गण्यमान्य ने किया स्वागत
पीएम मोदी के आगमन पर उनका कुवैत के पहले उपप्रधान मंत्री और रक्षा और आंतरिक मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबा, देश के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और कई अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने स्वागत किया।
विशेष रूप से कुवैत में भारतीय प्रवासियों में शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सामुदायिक कार्यक्रम ‘हला मोदी’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से उत्साह की लहर दिखाई दी।