ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ‘कैनवा’ की को-फाउंडर मेलेनिया पर्किंस की कहानी बताती है कि सपने देखना और हार न मानना ही सफलता की असली कुंजी है। 100 से ज्यादा बार वेंचर कैपिटलिस्ट से रिजेक्ट होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और दुनिया को दिखा दिया कि मेहनत से कैसे एक आइडिया को हकीकत बनाया जा सकता है।
मेलेनिया पर्किंस ऑस्ट्रेलिया की एक यूनिवर्सिटी में पार्ट टाइम टीचिंग कर रहीं थीं। इसी दौरान उन्होंने महसूस किया कि बच्चों को डेस्कटॉप डिजाइन सॉफ्टवेयर सिखाना न केवल जटिल है, बल्कि काफी महंगा भी है। यहीं से उन्हें एक सरल और किफायती डिजाइनिंग प्लेटफॉर्म ‘कैनवा’ बनाने का विचार आया।
मेलानी ने अपने बॉयफ्रेंड (अब पति) क्लिफ ओब्रेच्ट के साथ मिलकर फ्यूजन बुक्स नाम का ईयरबुक पब्लिशिंग बिजनेस शुरू किया। यह उनकी पहली कोशिश थी। उन्होंने सिडनी के एक हेयर सैलून में इसका ऑफिस खोला लेकिन उनकी असली उड़ान तब शुरू हुई जब उन्होंने ‘कैनवा’ की नींव रखी। हालांकि, मेलानी को ‘कैनवा’ को शुरू करने के लिए फंड जुटाना आसान नहीं था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेलानी ने 100 से ज्यादा वेंचर कैपिटलिस्ट से संपर्क किया, लेकिन सभी ने उनका ऑफर ठुकरा दिया। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानीं। आखिरकार, उनकी मेहनत रंग लाई और ‘कैनवा’ एक सफल स्टार्टअप बन गया।
क्या है कैनवा
‘कैनवा’ एक ऐसा ग्राफिक डिजाइन प्लेटफॉर्म है जहां बिना किसी तकनीकी ज्ञान के भी शानदार डिजाइन तैयार किए जा सकते हैं। आज इसका उपयोग प्रोफेशनल डिजाइनर्स के साथ-साथ आम लोग भी कर रहे हैं. कंपनी का मोटो ही है- हर किसी के लिए डिजाइन। ‘कैनवा’ ने हाल ही में अपने विजुअल वर्कसूट को लॉन्च किया है। यह वर्कसूट गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, और एडोबी जैसे दिग्गजों को चुनौती दे रहा है। मेलानी का कहना है कि हम हर कर्मचारी और संगठन के लिए सरल और प्रभावी डिज़ाइन टूल्स ला रहे हैं। आज कैनवा की वैल्यू 26 अरब डॉलर (2.08 लाख करोड़ रुपये) हो चुकी है।
यह किसी भी महिला द्वारा स्थापित सबसे बड़ी कंपनी है। वहीं, मेलानी और क्लिफ की नेटवर्थ 7.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।