ब्लिट्ज ब्यूरो
सुकमा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव बस्तर दौरे पर आए। इस दौरान वह सुकमा जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और नक्सल पुनर्वास योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम आत्मसमर्पण कर चुके दो पूर्व नक्सलियों की शादी में भी शामिल हुए। सीएम ने दोनों पूर्व नक्सलियों से मुलाकात की। उन्होंने दोनों जोड़ों को सुखद वैवाहिक जीवन हेतु आशीर्वाद दिया और कहा कि नक्सलवाद का रास्ता कभी भी विकास का रास्ता नहीं हो सकता।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा- माओवाद एक कैंसर की तरह है। कैंसर को समाप्त करना है तो इसकी जड़ पर प्रहार करना जरूरी होता है। माओवादी बस्तर के कुछ इलाकों में जोंक की तरह चिपक गये थे और यहां के स्थानीय लोगों को डरा-धमका कर शोषण कर रहे थे। ये स्थल उनके सबसे सुरक्षित पनाहगाह थे। हमने माओवादियों की मांद में घुसकर उन पर हमले का निर्णय लिया। हमारे सुरक्षाबलों के जवानों के अदम्य साहस से हमने इन माओवादियों का मुकाबला किया और उनको धूल चटाई।
एनकाउंटर में 230 नक्सली मारे गए
सीएम ने कहा- बीते एक साल में विभिन्न मुठभेड़ों में हमारे सुरक्षाबलों ने 230 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है। सीएम ने कहा- माओवादी हिंसा ने बस्तर संभाग के साथ ही सुकमा जिले को भी हिंसा की आग में झोंक दिया था। इससे जिले का विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
एक साल में हमारी सरकार ने सुकमा जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये और इस पर तेजी से क्रियान्वयन किया है।
जिले को दी कई सौगातें
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमने यहां 205 करोड़ रुपये के 137 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इन कार्यों में 39 करोड़ रुपये की राशि के 82 कार्यों का लोकार्पण एवं 166 करोड़ रुपये के 55 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। सुकमा नगरपालिका में 83 करोड़ रुपये की लागत से जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन हुआ। इसके साथ ही 14 करोड़ रुपये की राशि से केरलापाल से पोंगाभेज्जी मार्ग के निर्माण का भूमिपूजन भी हमने किया।
नक्सलवाद को जड़ से खत्म करेंगे
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सुनियोजित रणनीति के तहत हमने माओवाद प्रभावित इलाकों में कैंपों का विस्तार किया और सुरक्षा का नेटवर्क विस्तृत किया। अब माओवादी बहुत सीमित इलाके में सिमट गये हैं और बौखलाहट में हैं। इसके चलते वे कायराना हरकत कर रहे हैं। माओवादियों द्वारा हमारे जवानों के काफिले पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में जो जवान शहीद हुए, वे बस्तर के माटीपुत्र ही थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुकमा की इस धरती पर हम सब पुनः संकल्प लेते हैं कि माओवाद को जड़ से नष्ट करेंगे। हमारे जवानों की शहादत का बदला लेंगे।