ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सदन में प्रियंका गांधी ने भावनात्मक और आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहलगाम हमले की असली वजह नहीं बताई। उन्होंने सरकार के साथ सीधा गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इतिहास की बातें करते हैं, मैं वर्तमान की बात करूंगी। हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या गृह मंत्री इस्तीफा देंगे? प्रियंका ने शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी का जिक्र करते हुए कहा कि लोग सरकार के भरोसे तीर्थ पर गए थे, लेकिन उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया।
उन्होंने इसे खुफिया तंत्र की गंभीर विफलता बताया। प्रियंका ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के मंत्री गण तमाम पहलुओं पर बोले, इतिहास भी सुनाया, लेकिन सबसे अहम सवाल छूट गया कि पहलगाम में हमला कैसे और क्यों हुआ?
मां के आंसू पर भी दिया जवाब
चर्चा में शाह ने कहा था कि सोनिया गांधी बाटला हाउस के आतंकियों के लिए रोती हैं। इस पर प्रियंका ने पलटवार किया और कहा कि मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया। उस समय वह मात्र 44 साल की थीं। अब मैं पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की बात कर रही हूं, क्योंकि मै उनका दर्द जानती हूं। प्रियंका ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का श्रेय तो प्रधानमंत्री चाहते हैं, लेकिन क्या वह उसकी जिम्मेदारी लेंगे? भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब युद्ध रोकने का एलान अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया।































