ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दूसरे दिन कांग्रेस की ओर से गांधी परिवार के दोनों अहम सदस्य, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सरकार को घेरने के लिए उतरे। दोनों ने अपने-अपने तरीके से सरकार की सैन्य नीति और आतंकी हमलों से निपटने के तरीके पर गंभीर सवाल खड़े करने की कोशिश की।
राहुल ने पहलगाम आतंकी हमले की तीखी निंदा करते हुए कहा कि यह हमला पाकिस्तानी सरकार द्वारा प्रायोजित था और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से पाकिस्तान की है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जब मैं सेना के किसी जवान से हाथ मिलाता हूं, तो मुझे पता चलता है कि वह टाइगर है। सेना के इस्तेमाल से पहले सरकार में 100 फीसदी राजनीतिक इच्छा शक्ति होनी चाहिए। राहुल ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर में सरकार ने सेना को पूरी आजादी नहीं दी।
‘हमारी टीम पूरी दुनिया में घूम रही थी और ट्रंप-मुनीर लंच कर रहे थे’
चर्चा के दौरान राहुल ने पीएम और सरकार की विदेश नीति पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिफ मुनीर की व्हाइट हाउस में हुई लंच मीटिंग का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी टीम दुनिया में घूम-घूमकर बता रही है कि पाकिस्तान आतंकवाद फैला रहा है और उधर ट्रंप आसिफ मुनीर के साथ लंच कर रहे हैं। विदेश मंत्री किस ग्रह पर हैं? राहुल ने इस बात के लिए सरकार को आड़े हाथों लिया कि भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति को इस पर कोई जवाब नहीं दिया। न ही किसी देश ने पाकिस्तान का नाम लेकर हमले की निंदा की। राहुल गांधी ने कहा, रक्षा मंत्री ने सदन में दिए अपने पूरे भाषण में एक बार भी ‘चीन’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। वह डरे हुए हैं। आज हम चीन-पाकिस्तान के गठजोड़ के खतरे का सामना कर रहे हैं।































