ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। महाराष्ट्र में इन दिनों कबूतरखाना और हाथी का मुद्दा गरमाया हुआ है। मुंबई में 50 से अधिक कबूतरखाने बंद करने के विरोध में जैन समाज ने दादर कबूतरखाने के बाहर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया तो कोल्हापुर में नंदिनी मठ की हथिनी ‘माधुरी’ को जामनगर के वनतारा रेस्क्यू सेंटर भेजे जाने को लेकर लोग उद्वेलित हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हथिनी को पुन: कोल्हापुर लाने एवं मुंबई के कबूतरखानों को लेकर कोई रास्ता निकालने का आश्वासन दिया है।
स्वास्थ्य की समस्या को देखते हुए कबूतरखानों को बंद करने के आदेश
मुंबई में चल रहे 50 से अधिक कबूतरखानों के कारण स्थानीय लोगों को होने वाली स्वास्थ्य की समस्या को देखते हुए सरकार ने पहले सभी कबूतरखानों को बंद करने के निर्देश दिए थे। बीएमसी ने महानगर के सभी बड़े कबूतरखानों पर प्लास्टिक शीट्स डालकर वहां कबूतरों के आने और दाना डालने का रास्ता बंद कर दिया।
इस बीच बड़ी संख्या में दाना डालने वाले लोग दादर कबूतरखाना के पास एकत्र हो गए और कबूतरखाने पर बीएमसी द्वारा डाली गई प्लास्टिक शीट हटाकर वहां दाना डालने लगे।
बीएमसी कर्मचारियों से लोगों की कहासुनी
वहां मौजूद बीएमसी कर्मचारियों से लोगों की कहासुनी भी होने लगी, तब पुलिस को हस्तक्षेप कर शांति कायम करनी पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विरोध प्रदर्शन करने वालों में जैन समाज के लोग अधिक थे लेकिन जैन मठ ने इसका खंडन किया है।
मठ का कहना है कि वे कानून-व्यवस्था का पालन करने वाले लोग हैं। चूंकि यह मामला अदालत में है, इसलिए वे लोग अदालत के फैसले का इंतजार करेंगे।
इसी प्रकार कोल्हापुर में जैन समाज के नंदिनी मठ की एक हथिनी ‘माधुरी’ को जामनगर स्थित पशुओं के रेस्क्यू सेंटर ‘वनतारा’ ले जाने के विरोध में पूरा कोल्हापुर शहर आंदोलित है।
वनतारा का स्टाफ कोल्हापुर आकर
‘माधुरी’ को जामनगर ले गया
पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वनतारा का स्टाफ कोल्हापुर आकर ‘माधुरी’ को जामनगर ले गया लेकिन माधुरी को कोल्हापुर से ले जाते समय एवं उसके बाद भी लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। पूर्व सांसद राजू शेट्टी के नेतृत्व में लंबा विरोध मार्च निकाला गया।
विरोध में लोग अपने जियो मोबाइल
नंबर को कर रहे सरेंडर
वनतारा का संबंध मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह से है, इसलिए विरोध स्वरूप कोल्हापुर के बहुत से लोगों ने अपना जियो मोबाइल नंबर सरेंडर कर दूसरी कंपनियों के सिमकार्ड भी लेने शुरू कर दिए हैं। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हस्तक्षेप करना पड़ा है। फडणवीस ने कहा है कि राज्य सरकार माधुरी को नंदिनी मठ में वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी।