ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। काशी में सावन है और सावन में पीएम नरेन्द्र मोदी आएं और शिव की बात न हो तो कुछ अधूरापन लगता है। बाबा के दरबार में भले ही पीएम मोदी भीड़ में भक्तों को होने वाली दिक्कत की वजह से न गए हों लेकिन जब सीएम ने पीएम को अरघा युक्त शिवलिंग भेंट किया तो वह प्रसन्न नजर आए।
दरअसल जीआई क्राफ्ट से बने अरघा युक्त शिवलिंग को पीएम नरेन्द्र मोदी को मुख्यमंत्री ने भेंट किया तो काशी की कला भी मंच पर जीवंत नजर आई। योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को जीआई रजिस्टर्ड बनारस मेटल रिपोजी क्राफ्ट से निर्मित सम्पूर्ण शिवलिंग, पांच फन नाग, नंदी, प्रसाद, कलश में गंगा जल, त्रिशूल, चंदन भस्म और मीनाकारी की चौकी पर सुशोभित कलाकृति को भेंट किया।
लगभग 18 इंच ऊंचाई और 15 इंच चौड़ाई की इस कलाकृति में काशी के तीन जीआई क्राफ्ट मेटल रिपौसी क्राफ्ट, मीनाकारी और मेटल कास्टिंग क्राफ्ट का समागम है। इसको धातु शिल्पी अनिल कसेरा, रघुनाथ कसेरा और मीनाकारी के अरुण कुमार वर्मा ने एक सप्ताह के निरंतर प्रयास से तैयार किया गया है।
जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत ने बताया कि समस्त शिल्पी समाज गौरवान्वित महसूस कर रहा है। यही जीआई की ताकत है कि आज प्रधानमंत्री ने काशी के सिल्क, भदोही की कालीन के साथ ही बुनकरों, शिल्पियों को आगे बढ़ाने के लिए स्वदेशी और लोकल से ग्लोबल का पुनः आह्वान किया। इसके साथ ही इनके हितों की रक्षा का स्पष्ट संदेश भी दिया है क्योंकि जीआई ही कानूनी तौर पर लोकल है और पूरी दुनिया में भारत से पहुंच रहा है।