ब्लिट्ज ब्यूरो
भोपाल। मध्यप्रदेश में आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन यानी एआई की मदद से अब बछिया भी पैदा हो सकेंगी। इस तकनीक के जरिए बछिया का सीमन गाय के गर्भाशय में इम्प्लांट किया जाता है। इस एआई तकनीक को अपनाने वाला मध्य प्रदेश देश का दूसरा राज्य है। इसका इस्तेमाल उत्तराखंड में शुरु हो चुका है।
दरअसल, राजधानी भोपाल के सेंट्रल सीमन स्टेशन में 2 लाख सेक्स सॉर्टेड सीमन ही तैयार किए जा रहे हैं। इसके लक्ष्य गोवंश की नस्ल को सुधारने के साथ-साथ दूध उत्पादन में बढ़ोतरी करना है।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने इस नई और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल शुरु किया है। जिसे सेक्स सॉर्टेड सीमेन कहा जाता है। इस तकनीक के इस्तेमाल से 90-95 प्रतिशत मादा यानी बछिया पैदा होती है। सरकार ने 5 साल में 25 लाख सेक्स सॉर्टेड सीमन के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
एक यूनिट 42 लाख रुपए की होगी
प्रदेश सरकार ने दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इस योजना की शुरुआत की है। इसके तहत 25 दुधारू पशुओं की एक यूनिट स्थापित की जाएगी। जिसमें एक यूनिट की लागत लगभग 42 लाख रुपये होगी। राज्य के निवासी इस योजना के लिए पात्र होंगे। इसमें उन्हें ट्रेनिंग लेनी जरूरी होगी। हालांकि, एक व्यक्ति केवल 200 पशु पाल सकता है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत 25 दुधारू की पशुओं की एक यूनिट स्थापित करने के लिए 42 लाख रुपए तक का लोन सरकार की ओर से मुहैया कराया जाएगा। इसमें एससी-एसटी वर्ग को 33 फीसदी (करीब 14 लाख), सामान्य और ओबीसी वर्ग को 25 फीसदी (करीब 10 लाख) की सब्सिडी मिलेगी। ये योजना खासकर उन किसानों या पशुपालकों के लिए हैं जो डेयरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर काम करना चाहते हैं। उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहयोग भी दिया जाएगा।
अधिक जानकारी के लिए आप विभागीय वेबसाइट https://mpdah.gov.in/ पर जा जाकर विभागीय सॉफ्टवेयर वाले ऑप्शन का चुनाव करके डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना में क्लिक करके अधिक जानकारी ले सकते हैं।