ब्लिट्ज ब्यूरो
नोएडा। पांच साल के इंतजार के बाद वह घड़ी आ गई जब नोएडा में भंगेल एलिवेटेड रोड को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 सितंबर को इसका उद्घाटन करने आ रहे हैं। साथ ही वह नोएडा के पहले वेस्ट-टू-वंडर पार्क का भी शुभांरभ करेंगे। हालांकि सीएम योगी के दौरे को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। 5.5 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड डीएससी पर डीएससी रोड पर ट्रैफिक कम करेगी। वहीं, वेस्ट-टू-वंडर पार्क सेक्टर 94 में 18 एकड़ में फैला हुआ है। इसे लगभग 15 करोड़ की लागत से बनाया गया है। पार्क में लोहे के स्क्रैप और प्लास्टिक कचरे से बनी लगभग 800 जानवरों की मूर्तियां हैं।
भंगेल एलिवेटेड रोड खुलने से भीड़भाड़ वाला दादरी-सूरजपुर-छलेरा (डीएससी) मार्ग सुगम हो जाएगा। जून 2020 में शुरू की गई इस परियोजना को दिसंबर 2022 की समय सीमा के साथ पूरा होने में 5 साल से ज्यादा का समय लगा।
नोएडा में रोड कनेक्टिविटी बेहतर होगी
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि एलिवेटेड रोड से ट्रैफिक की समस्या कम होगी। साथ ही नोएडा के अंदरूनी और बाहरी सेक्टरों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। वेस्ट-टू-वंडर पार्क एक अनूठी पहल है। यह परिवारों और बच्चों के लिए एक बेहतर मनोरंजन स्थल होगा। साथ ही यह भी दिखाएगा कि कचरे को कला और शिक्षा में कैसे बदला जा सकता है। सीईओ ने कहा कि यह प्रोजेक्ट पर्यावरण के अनुकूल शहरी विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वेस्ट पार्क की एंट्री फीस 100 रुपये
पार्क को तीन भागों में बांटा गया है। पहले भाग में एक एम्फीथिएटर, फूड कोर्ट, बच्चों का खेल क्षेत्र, पिकनिक स्पॉट और एक प्रदर्शनी स्थल होगा। एंट्री फीस 100 रुपये है।
दूसरे भाग में वर्षावन, रेगिस्तान, घास के मैदान और वेटलैंड बनाए गए हैं। इनमें जानवरों की मूर्तियां भी हैं। तीसरे भाग में समुद्री, समशीतोष्ण और ध्रुवीय पारिस्थितिक तंत्र दिखाए जाएंगे।
500 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था
पार्क में दो एंट्री गेट होंगे। एक दलित प्रेरणा स्थल से और दूसरा सेक्टर 94 मेट्रो स्टेशन से। महामाया फ्लाईओवर के पास 500 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पार्क में जिप-लाइनिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी एक्टिविटीज भी होंगी। जल्द ही बैटरी से चलने वाली ई-कार्ट पर जंगल नाइट सफारी भी शुरू की जाएगी। यह एनसीआर में पहली ऐसी सुविधा होगी। पार्क की देखभाल करने वाली कंपनी टिकट के राजस्व का एक हिस्सा अथॉरिटी के साथ साझा करेगी।