ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। यह इलेक्टि्रक हाइवे पारंपरिक हाइवे से अलग है, क्योंकि यह ईवी ट्रकों को लंबी दूरी तय करने के लिए बैटरी चार्जिंग के बजाय स्वैपिंग पर निर्भर करता है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले सप्ताह मुंबई-पुणे इलेक्टि्रक हाइवे का उद्घाटन किया, यह हाइवे भारत की हरित परिवहन क्रांति का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कॉरिडोर मुंबई और पुणे के बीच के व्यस्त राजमार्ग को इलेक्टि्रक वाहनों (ईवी) के लिए अनुकूलित करता है, खासकर भारी माल ढुलाई ट्रकों के लिए। यह इलेक्टि्रक हाइवे परिवहन को हरा-भरा बनाएगा, भारत को वैश्विक ईवी लीडर के रूप में स्थापित करेगा।
आत्मनिर्भर भारत व नेट जीरो लक्ष्य मजबूत
यह परियोजना ब्लू एनर्जी मोटर्स (बीईएम) कंपनी के सहयोग से विकसित की गई है, जो भारत की प्रमुख ग्रीन ट्रक निर्माता है। उद्घाटन के दौरान फडणवीस ने इसे टेस्ला मोमेंट करार दिया, जो आत्मनिर्भर भारत और नेट जीरो लक्ष्यों को मजबूत करता है।
नेशनल हाइवे कॉरिडोर को
इलेक्टि्रक बनाने की योजना
यह कॉरिडोर भारत में इलेक्टि्रक फ्रेट (माल ढुलाई) परिवहन की शुरुआत का प्रतीक है। महाराष्ट्र सरकार का लक्ष्य 2028 तक राज्य के सभी प्रमुख राजमार्गों को इलेक्ट्रिफाई करना है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर अगले 3 वर्षों में सभी प्रमुख नेशनल हाइवे कॉरिडोर को इलेक्टि्रक बनाने की योजना है। यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसे अन्य प्रोजेक्ट्स के साथ जुड़ेगा।
इलेक्टि्रक हाइवे पारंपरिक हाइवे से अलग
यह इलेक्टि्रक हाइवे पारंपरिक हाइवे से अलग है, क्योंकि यह ईवी ट्रकों को लंबी दूरी तय करने के लिए बैटरी चार्जिंग की बजाय स्वैपिंग पर निर्भर करता है।
ब्लू एनर्जी का इलेक्टि्रक हेवी-ड्यूटी ट्रक
ब्लू एनर्जी का इलेक्टि्रक हेवी-ड्यूटी ट्रक (कैटेगरी में सबसे अधिक पेलोड क्षमता वाला), जिसमें एडवांस्ड मोबिलिटी इंटेलिजेंस (फ्लीट रिलायबिलिटी के लिए एआई-आधारित सिस्टम) है। यह ट्रक एलएनजी -पावर्ड ट्रकों (जिनमें बीईएम की 60% मार्केट शेयर है) का इलेक्टि्रक विकल्प है। हाइवे पर ईवी-विशिष्ट लेन, सोलर-पावर्ड स्टेशन और ब्रेकडाउन सर्विसेज। महाराष्ट्र सरकार सोलर एनर्जी को बढ़ावा दे रही है, जिससे 2035 तक 70% ऊर्जा खपत सोलर से होगी।
पुणे को ग्रीन लॉजिस्टिक्स हब बनाया जाएगा
तेज टर्नअराउंड टाइम से लॉजिस्टिक्स कुशलता बढ़ेगी। पुणे को ग्रीन लॉजिस्टिक्स हब बनाएगा, रोजगार सृजन (नई फैसिलिटी से हजारों नौकरियां) और निर्यात बढ़ावा। बीईएम पहले से 1,000+ ग्रीन ट्रक चला रही है।































