ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्रालय ने तेजस मार्क-II लड़ाकू विमान के लिए एक नए नाम की तलाश शुरू कर दी है। इसकी वजह यह है कि यह विमान अब अपने मूल नाम ‘तेजस’ के साथ जुड़ी हुई ‘लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए)’ की पहचान से आगे निकल चुका है। तेजस मार्क-II अब बड़ा, भारी और ज्यादा शक्तिशाली है, जिसने इसे 4.5 जनरेशन के मीडियम वेट फाइटर की सीरिज में ला दिया है, जिसकी क्षमताएं इसे एक नई पहचान देने की मांग करती हैं।
जीई-एफ414 इंजन से लैस
यह विमान न केवल लंबा और भारी है, बल्कि इसका इंजन भी अधिक शक्तिशाली है जिसमें अमेरिकी जीई-एफ414 जेट इंजन लगाया जा रहा है। इसके कारण यह ज्यादा हथियार और ज्यादा ईंन्धन लेकर उड़ सकता है, जिससे इसकी लम्बी दूरी तक मार करने की क्षमता और उड़ान भरने की अवधि में जबरदस्त इजाफा होगा।
रक्षा मंत्रालय और एचएएल का मानना है कि ‘तेजस’ नाम अब इसकी वास्तविक क्षमताओं से मेल नहीं खाता है, इसलिए एक नया अधिक प्रभावशाली नाम इस विमान की बढ़ती पहचान और वैश्विक स्थिति के लिए जरूरी है। नया नाम इस फाइटर जेट की नई भूमिका यानी एक प्रमुख फ्रंटलाइन मीडियम फाइटर, को स्थापित करेगा।
पहचान संकट
तेजस मार्क-I को ‘लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट’ के तौर पर शुरू किया गया था। यह टैग अब मार्क -II के साथ जुड़कर इसकी बढ़ी हुई क्षमताओं को कम आंकता है। मार्क-II में नए विंग, नया धड़ और अधिक पेलोड क्षमता है। यह स्ट्रक्टरल बदलाव इसे हल्के फाइटर के बजाय मीडियम वेट की सीरीज में ले जाता है।
ऐसे में, यह एक नया, अधिक ताकतवर नाम इस विमान को निर्यात बाजार में अधिक गंभीरता से स्थापित करने में मदद करेगा, जहां यह स्वीडन के ग्रिपेन या चीन के जेएफ-17 जैसे मध्यम सीरीज के विमानों से सीधे मुकाबला करेगा।
मार्क-II की बढ़ी ताकत
ऐसे में, आपको बता दें जीई-एफ414 इंजन 20% ज्यादा थ्रस्ट देता है, जिससे विमान भारी पेलोड के साथ भी ज्यादा तेजी और फुर्ती से उड़ सकता है। मार्क-II में आंतरिक ईंन्धन टैंक बड़े हैं, जिससे इसे हर बार लंबी दूरी के लिए ड्रॉपटैंक पर निर्भर रहने की जरूरत कम पड़ेगी। यह विमान भारत की नई मिसाइलों, जैसे एस्ट्रा मार्क -II/III और लंबी दूरी के स्टैंड-ऑफ हथियारों को ले जाने में पूरी तरह सक्षम होगा।
नए नाम से क्या फायदा?
एक नया नाम इस विमान को एक फ्रेश पहचान देगा। यह इंडियन एयरफोर्स और दुनिया को स्पष्ट संदेश देगा कि यह एक लाइट फाइटर नहीं, बल्कि एक मजबूत, मल्टीरोल वाला लड़ाकू विमान है। नया नाम तेजस मार्क-II के तकनीकी और सामरिक विकास को मान्यता देगा, जो इसे 4.5 जेन फाइटर्स की ग्लोबल लीग में एक मजबूत स्थान दिलाएगा































