ब्लिट्ज ब्यूरो
मेरठ। क्रांति धरा मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से सफर करने की सोच रहे यात्रियों का यह सपना जल्द ही पूरा हो सकता है। मेरठ से प्रयागराज तक के 594 किलोमीटर के इस आधुनिक एक्सप्रेसवे को लेकर लगभग सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। जल्द ही इसको लेकर यूपीडा द्वारा ट्रायल प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिससे कि आने वाले समय में यात्रियों को बेहतर सुविधाओं के बीच प्रयागराज संगम तक सफर करने का अवसर मिल पाए।
गंगा एक्सप्रेस-वे की बात की जाए तो कुल 594 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे तैयार किया गया है जिससे मेरठ से प्रयागराज तक की दूरी मात्र सात घंटे में पूरी हो सकेगी। इसमें मेरठ से प्रयागराज तक कुल 1498 स्ट्रेक्चर हैं। इसमें 1494 स्ट्रेक्चर लगभग कंप्लीट हो गए हैं। वहीं अन्य चार का निर्माण कार्य भी अंतिम फेज में है। जैसे ही यह कंप्लीट हो जाएगा, उसके बाद ट्रायल प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा जिससे कि आम यात्रियों के लिए हाईवे को खोलने से पहले हर तकनीकी जांच का पालन कर लिया जाए। वहीं मेरठ से बदायूं तक की अगर बात की जाए तो लगभग सभी निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। उससे आगे ही इसमें कार्य बचा है। ऐसे में संभावना है कि यह संपूर्ण काम नवंबर तक कंप्लीट हो जाएगा। उसके बाद आम जनमानस के लिए यह एक्सप्रेसवे खोल दिया जाएगा।
कई शहरों से जुड़ा है एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेसवे की बात की जाए तो यह सिर्फ प्रयागराज ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के कई शहरों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ता हुआ नजर आ रहा है। एक्सप्रेस-वे की शुरुआत मेरठ के बिजौली गांव के पास से होगी। जहां से अभी मेरठ- बुलंदशहर एक्सप्रेस में भी होकर गुजरता है।
गंगा एक्सप्रेस के माध्यम से यात्री मेरठ से हापुड़, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक पहुंचेंगे।
बताते चलें कि गंगा एक्सप्रेसवे-मार्ग शुरु होने के पश्चात यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। इसको हरिद्वार से जोड़ने की कवायद को लेकर भी तैयारियां तेज हो गई है। आने वाले समय में हरिद्वार और प्रयागराज और मेरठ के बीच अनोखा संगम देखने को मिलेगा। इस हाईवे की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे की है।































