ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को राम मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। पीएम मोदी को आमंत्रित करने के लिए सीएम योगी दिल्ली पहुंचे थे। मंदिर ट्रस्ट इस कार्यक्रम को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तरह भव्य तौर पर मनाने की तैयारी में है। धर्मध्वज की स्थापना मंदिर निर्माण का काम पूरा होने का प्रतीक होगा।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पूरी कैबिनेट के हिस्सा लेने की उम्मीद है। मंदिर ट्रस्ट अतिथियों को निमंत्रण भेज रहा है। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी। इसके बाद 5 जून 2025 को मंदिर में राम दरबार स्थापित किया गया। राम दरबार में प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमाओं को मंदिर के पहले तल पर स्थापित किया गया है।
मंदिर का शिखर बन चुका है और इसपर धर्मध्वज स्थापित करने के साथ ही मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट प्रधानमंत्री, आरएसएस प्रमुख, मुख्यमंत्री के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और संघ व विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की जुटान करने की तैयारी कर रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता इस जुटान में शामिल होकर पार्टी के राजनीतिक संदेश को और गाढ़ा करेंगे।
सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री इस अवसर पर दुनिया के सबसे बड़े स्काउट और गाइड जंबूरी के लिए प्रतिभागियों को आमंत्रित करेंगे, जिसमें 35 हजार से ज्यादा कैडेट शामिल होंगे।
21 नवंबर से शुरू होगा समारोह
पांच दिवसीय ध्वजारोहण समारोह 21 नवंबर से शुरू हो जाएगा। विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। धर्मध्वज की पूजा होगी। मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक वाल्मीकि रामायण में वर्णित सूर्य, ऊं और कोविदार वृक्ष के प्रतीक धर्मध्वज पर होंगे। शिखर पर 42 फुट ऊंचा खंबा बनाया गया है, जिसपर धर्मध्वज स्थापित होगा।































