ब्लिट्ज ब्यूरो
फरीदाबाद। फरीदाबाद के पुलिस थाने और चौकियों में तैनात पुलिसकर्मियों को आने वाले दिनों में जर्मनी में बनी सब-मशीन गन से लैस किया जाएगा। बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए हरियाणा पुलिस ने इसकी योजना तैयार की है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है।
मौजूदा समय में सब-मशीनगन का प्रयोग एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडो द्वारा किया जा रहा है। वहीं हरियाणा पुलिस वीआईपी ड्यूटी के दौरान इसका प्रयोग करती है। विगत दिवस इस सब-मशीन गन और पुलिस के हथियारों को सेक्टर-30 स्थित पुलिस लाइन में राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में लगाई गई हथियारों की प्रदर्शनी में दिखाया गया।
इस सब-मशीन गन की मैगजीन में 30 गोलियां आती हैं। खास बात यह है कि दोनों ओर से प्रयोग किया जा सकता है। इस गन से 100 मीटर तक गोली मारी जा सकती है। इसमें एक-एक गोली चलाने के साथ-साथ लगातार 30 गोलियां भी चलाई जा सकती हैं। वहीं एक अंतराल पर एक के बाद एक तीन गोलियां चलाई जा सकती हैं। इस प्रदर्शनी में शामिल इंसास 5.56 एमएम राइफल की मैगजीन में 20 राउंड गोलियां आती हैं। इस राइफल से 200 मीटर तक गोली चलाई जा सकती है। 4.600 ग्राम वजनी इस राइफल से लगातार तीन गोली चला सकते हैं।
प्रदर्शनी में भी ये भी प्रदर्शित
स्नाइपर 7.62 एमएम राइफल को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया जाता है। इसे किसी ऊंचे टावर पर लगाया जाता है। इस राइफल से 800 मीटर तक निशाना साधा जा सकता है। हालांकि, इससे ज्यादा दूरी तक भी यह नुकसान पहुंचा सकती है। दो हजार मीटर तक इससे टारगेट देख सकते हैं। इस राइफल में 7 किलो 200 ग्राम वजन है।
एके-47 और ग्लॉक पिस्टल भी दिखाई गईं
प्रदर्शनी में एके-47 राइफल से लेकर बुल्गारिया में बनी आर्सनल राइफल भी दिखाई गई। एके-47 राइफल से 400 मीटर तक गोली मारी जा सकती है। 3.800 ग्राम इसका वजन है। इसकी मैगजीन में 30 गोलियां आती हैं। आर्सनल राइफल भी एके-47 की तरह काम करती है। इसमें 30 गोलियां आती हैं। इसकी रेंज भी 300 से 400 मीटर के बीच है। इसके अलावा इस प्रदर्शनी में एसएलआर सेमी ऑटोमैटिक राइफल भी दिखाई गई। इससे 400 मीटर तक गोलियां चलाई जा सकती हैं। इसकी मैगजीन में 20 गोलियां आती हैं। ऑस्टि्रया में निर्मित 9 एमएम की ग्लॉक पिस्टल और कानपुर की फैक्ट्री में बनी ऑटोमैटिक 9 एमएम पिस्टल भी यहां प्रदर्शित की गई।































