ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। आईआईएम रोड से किसान पथ के बीच 57 किलोमीटर लंबे ग्रीन कारिडोर को लखनऊ महायोजना 2031 में शामिल कर लिया गया है। शासन की मुहर लगने के बाद अब कारिडोर के किनारे आवास, कांप्लेक्स आदि के नक्शे पास हो सकेंगे और गगनचुंबी इमारतें भी खड़ी होंगी।
लखनऊ महायोजना 2031 में गोमती तट पर प्रस्तावित पुराने बंधे का ही उल्लेख रहा है। साथ ही बंधे से 200 मीटर तक निर्माण न होने की बाधा रही है।
इसके अलावा कई जगह पर नदी का किनारा तय न होने से आवास, दुकान आदि के नक्शे स्वीकृत नहीं हो पा रहे थे। प्रदेश सरकार ने ग्रीन कारिडोर को ही संरेखण यानी सीमा रेखा मानते हुए लखनऊ महायोजना 2031 में संशोधन करने के लिए सुझाव व आपत्तियां मांगी थीं। किसी ने भी तय समय तक सुझाव या आपत्ति नहीं की।
प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की ओर से जारी आदेश में उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम 1973 की धारा 13 की उपधारा दो में दी गई शक्ति का प्रयोग करके राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ग्रीन कारिडोर को ही गोमती नदी की नई सीमा रेखा तय किया है। उन्होंने लखनऊ महायोजना 2031 में संशोधन करने की अनुमति देने का आदेश जारी कर दिया है।































