संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में वाहनों की वैश्विक प्रदर्शनी के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत के मोटर वाहन उद्योग में पिछले साल 12 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई और साथ ही भारत का निर्यात भी बढ़ा है। उन्होंने कहा, “भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आप कल्पना करें कि जब भारत विश्व की सबसे बड़ी तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा, तब भारत का ऑटो मार्केट कहां होगा। विकसित भारत की यात्रा में मोबिलिटी सेक्टर की भी अभूतपूर्व विस्तार यात्रा होने वाली है।
इस प्रदर्शनी में मुख्य जोर इलेक्टि्रक वाहनों पर रहा तथा नई गाड़ियों, कलपुर्जों और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 100 से अधिक नए उत्पाद पेश किए गए। वाहनों की यह प्रदर्शनी 17 से 22 जनवरी तक चली। इसमें एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार के वाहनों के साथ-साथ गाड़ियों से जुड़ी हर चीज देखने को मिली। यानी इसमें वाहन विनिर्माताओं के साथ-साथ कलपुर्जा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, टायर और ऊर्जा भंडारण बनाने वालों से लेकर वाहन सॉफ्टवेयर कंपनियों के उत्पाद देखने को मिले।
दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम, द्वारका में यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में ऑटो एक्सपो का भव्य आयोजन हुआ। करीब दो लाख वर्ग मीटर के दायरे में फैले भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में दुनिया भर की नामचीन ऑटोमोटिव और मोबिलिटी कंपनियों ने शिरकत की। इस एक्सपो का विषय बियोंड द बाउंड्रीज (सीमाओं से परे) रखा गया था।
इस खास मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, एचडी कुमारस्वामी, जीतन राम मांझी, मनोहर लाल, पीयूष गोयल और हरदीप सिंह पुरी समेत कई अन्य प्रमुख नेता और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स मौजूद थे।