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राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा, नई दिल्ली से दुनिया को बड़ा संदेश…

A new revolution in India-Russia relations
ब्लिट्ज ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत-रूस के रिश्तों को नई दिशा में ले जाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ऐतिहासिक दो दिन के भारत दौरे ने अहम भूमिका निभाई है। दोनों नेताओं की जुगलबंदी वैसे भी पश्चिमी देशों में हड़कंप मचाने के लिए काफी है। अब वे साथ बैठकर ये बता रहे हैं कि इस दोस्ती को तोड़ना इतना भी आसान नहीं है। इसे यूं भी कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की संयुक्त प्रेस कांन्फ्रेंस के जरिए नई दिल्ली से दुनिया को यह बड़ा संदेश गया है कि ‘हम मिलकर ग्लोबल चुनौतियों से लड़ेंगे’। यह मैसेज वैश्विक स्तर पर उभर रहे एक नए वर्ल्ड आर्डर की ओर भी इशारा कर रहा है।
दरअसल पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों ने अपने संयुक्त बयान में आपसी संबंधों को मजबूत करने और मिलकर आतंकवाद पर प्रहार करने का संकल्प जाहिर किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच की दोस्ती ध्रुवतारे की तरह अटल है। उन्होंने कहा, पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार-चढ़ाव आए हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है और इन सबके बीच भी भारत-रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है। परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। वहीं राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि भारत और रूस की दोस्ती मिलकर किसी भी वैश्विक चुनौती का सामने करने में समर्थ है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत-रूस का अपने व्यापारिक संबंधों को नई ताकत देने का 2030 तक का प्लान भी तैयार है।
यहां यह जिक्र करना भी जरूरी है कि भारत-रूस के रिश्तों और सहयोग के 25 साल पूरे होने पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत पहुंचे हैं और उनका ये दौरा काफी अहम है। जिस तरह से मोदी-पुतिन की जोड़ी आत्मीयता के भाव में दिखाई दे रही है, वो देखकर ऐसा लग रहा है कि पश्चिम की तमाम कोशिशों के बाद भी पारंपरिक साझेदार के तौर पर दोनों एक-दूसरे के साथ खड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 25 साल के भारत-रूस के अपने व्यापारिक संबंधों को हम और आगे बढ़ाएंगे और हमने मिलकर 2030 तक का ट्रेड प्लान तैयार कर लिया है।
यूक्रेन मुद्दे पर भारत शांति का पक्षधर
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन के मुद्दे पर भारत-रूस के बीच बात हुई है और भारत इस मामले मे किसी एक देश नहीं बल्कि शांति का पक्षधर रहा है। ऐसे में भारत चाहता है कि दोनों देशों के बीच शांति होगी। इसी तरह आतंकवाद के मामले पर दोनों देश एक-दूसरे का साथ देंगे क्योंकि ये मानवता के लिए सीधा खतरा है। पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति के भारत आने पर धन्यवाद करते हुए कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि ये यात्रा दोनों देशों को एक साथ ग्लोबल चैलेंज का सामना करने की शक्ति देगी।
क्या बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?
प्रेस ब्रीफिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-रूस संबंधों को नए आयाम तक ले जाने की बात कही। उन्होंने कई अहम क्षेत्रों पर व्यापक बात की और कई प्रमुख घोषणाएं कीं। पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा और सुरक्षा को लेकर भारत-रूस संबंध हमेशा महत्वपूर्ण रहे हैं और आगे भी मजबूत बने रहेंगे।
रूसी नागरिकों के लिए 30 दिनों
का फ्री वीजा जल्द
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में संस्कृति का गहरा संबंध रहा है। अब भारत में रूस के दो नए काउंसलेट खुलने से लोगों के बीच संपर्क और आदान-प्रदान और बढ़ेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने टूरिज्म की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि रूसी नागरिकों के लिए 30 दिनों का फ्री वीजा जल्द शुरू किया जाएगा जिससे टूरिज्म, शिक्षा और कारोबार संपर्कों को नई गति मिलेगी। ये वीजा ग्रुप के लिए भी मिलेगा। पीएम ने कहा कि मैनपावर मोबिलिटी एग्रीमेंट से दोनों देशों के बीच कार्यबल सहयोग और मजबूत होगा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस संबंधों, वैश्विक मुद्दों, ऊर्जा सहयोग और आने वाले दशक की दिशा पर कई अहम बातें कहीं। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा- ‘मेरे मित्र पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और सभी भारतीयों का धन्यवाद। आपके घर का भोजन बहुत अच्छा था।’ पुतिन ने कहा कि बातचीत में सुरक्षा, व्यापार, संस्कृति और आर्थिक सहयोग जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई।
100 अरब डॉलर व्यापार
का लक्ष्य हासिल करेंगे
उन्होंने कहा कि समझौते द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को नई गति देंगे और भारत-रूस साझेदारी को और मजबूत बनाएंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि दोनों देश 2030 तक 100 अरब डॉलर व्यापार का लक्ष्य हासिल करेंगे। भारत और रूस यूरोपीय-यूरेशियन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर काम कर रहे हैं और दोनों देश नेशनल करेंसी के जरिए व्यापार बढ़ा रहे हैं।
रूस से कुछ अन्य अहम सहयोग
‘मेक इन इंडिया’ में जहाज निर्माण में मदद
स्मॉल पोर्टेबल न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी देगा
नए अंतरराष्ट्रीय ट्रांसपोर्ट रूट से सीधे हिंद महासागर में पहुंचेगा सामान
भारत में सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र कुडनकुलम में निर्माणाधीन।

भारत को फ्यूल सप्लाई जारी रहेगी
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस बिना किसी दबाव के भारत को फ्यूल की सप्लाई करता रहेगा। पुतिन ने अपने बयान में कहा कि रूस और भारत के बीच संबंधों को लेकर उन्होंने हर पहलू पर चर्चा की है। हम सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार और संस्कृति के क्षेत्र में अपने संबंधों को लगातार मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

भारत और रूस के बीच वार्ता के दौरान कई अहम समझौते
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता के बाद हैदराबाद हाउस में दोनों राजनेता मिले, इसी के बाद 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का आगाज हुआ। इस दौरान कई अहम समझौते हुए।
दोनों ने प्रवासन और आसान आवाजाही से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत एक से दूसरे देश में नौकरी, बिजनेस करना आसान होगा।
स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
पीएम मोदी व राष्ट्रपति पुतिन की वार्ता के बाद भारत, रूस ने बंदरगाह और पोत परिवहन क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

हम मिलकर ग्लोबल चुनौतियों से लड़ेंगे: पुतिन-मोदी
भारत व रूस यूरोपीय-यूरेशियन एफटीए पर कर रहे काम

– भारत शुरू से यूक्रेन मामले में शांति का पक्षधर
-भारत-रूस का व्यापारिक संबंधों को नई ताकत देने का 2030 तक का प्लान भी तैयार

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