ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से पहले राज्य सरकार प्रदेश में नए निवेशक लाने में जुट गई है। इसी के तहत इन्वेस्ट यूपी का एक प्रतिनिधिमंडल मौजूदा समय में सिंगापुर से निवेश जुटाने और नए निवेशकों को यूपी में निवेश करवाने के लिए दौरे पर है। राज्य सरकार के प्रतिनिधि ने आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, जीसीसी और फाइनेंशियल सेक्टर में निवेश लाने के लिए सिंगापुर के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित किया। अब इन्वेस्ट यूपी इस निवेश यात्रा को और आगे बढ़ाने में जुट गया है। इसके तहत इन्वेस्ट यूपी के अधिकारी जल्द जापान और दक्षिण कोरिया का भी दौरा कर सकते हैं।
लैंडबैंक के लिए लाएंगे बायबैक पॉलिसी
नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार जल्द खाली पड़ी जमीनों के लिए बायबैक पॉलिसी लाने की तैयारी कर रही है। इस बायबैक पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। इसके तहत औद्योगिक क्षेत्रों और औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में खाली पड़ी जमीनों को इंडस्ट्री विभाग पहले से आवंटित निवेशकों से खरीदकर उन जमीनों को नए निवेशकों को देगा। प्रदेश में सभी औद्योगिक क्षेत्रों का सर्वे इंडस्ट्री विभाग करवा रहा है। इसमें सामने आया है कि 25 प्रतिशत से अधिक इंडस्ट्रियल प्लॉट खाली हैं।
सेमीकंडक्टर और ग्रीन हाइड्रोजन में निवेश पर फोकस
दक्षिण कोरिया और जापान का दौरा करने के पीछे इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों का खास मकसद है। उनका प्रयास होगा कि इन दोनों देशों से सेमीकंडक्टर, ग्रीन हाइड्रोजन और आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में नए निवेश को लाया जा सके। दरअसल, इन दोनों देशों का राज्य सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया था जिसमें इन सेक्टर की कई कंपनियों ने निवेश के लिए अपनी रुचि दिखाई थी। हाल ही में जापान के एक प्रतिनिधिमंडल ने यूपी का दौरा भी किया था।
दरअसल, जापान ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर में काफी काम कर रहा है। यूपी सरकार भी ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर को बढ़ावा देने में जुटी है। ग्रीन हाइड्रोजन पर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए जल्द यूपी में दो नए सेंटर ऑफ ऐक्सिलेंस खोलने की तैयारी है। साथ ही इन सेक्टर में निवेश के लिए आने वाली कंपनियों को नया लैंडबैक मुहैया करवाने की तैयारी भी राज्य सरकार कर रही है।



























