संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। एयर इंडिया की गिनती किसी जमाने में दुनिया की टॉप एयरलाइन्स में होती थी। जनवरी 2022 में इसकी टाटा ग्रुप में सात दशक बाद वापसी हुई है और एक बार फिर इसे दुनिया की टॉप एयरलाइन बनाने की कवायद शुरू हो गई है। टाटा ग्रुप ने इसके लिए पांच साल का टारगेट रखा है। इसके तहत एयर इंडिया के बेड़े में नए विमान जोड़े जाएंगे, आईटी सिस्टम को नया रूप दिया जाएगा, आंतरिक प्रक्रियाओं को दुरुस्त किया जाएगा और उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश किया जाएगा। टाटा ग्रुप एयर इंडिया ब्रांड की छवि को फिर से चमकाने और विरासत में मिली समस्याओं को दूर करने की कोशिश में लगी है।
एयर इंडिया के चीफ कस्टमर एक्सपीरियंस ऑफिसर राजेश डोगरा ने लंदन में एक ब्रीफिंग में मीडिया को बताया कि एयर इंडिया के लिए बुनियादी ढांचे, लोगों और प्रक्रियाओं को बदलने के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता थी। इसे विश्व स्तरीय एयरलाइन बनाने की दिशा में काम करना जारी रखना एक कठिन और दिलचस्प यात्रा है। लेकिन हम बहुत अच्छी गति से आगे बढ़ रहे हैं। 2022 में अधिग्रहण के बाद पहला साल बुनियादी बातों को ठीक करने में व्यतीत हुआ ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एयर इंडिया वैसा दिखने लगे जैसा कि ग्राहक और उद्योग दोनों उससे उम्मीद करते हैं।
यह है कंपनी की योजना
डोगरा ने कहा कि एयर इंडिया के लिए स्टेक्स बहुत ऊंचे हैं। कंपनी 908 अरब डॉलर के ग्लोबल एविएशन मार्केट में खुद को वर्ल्ड क्लास ग्लोबल एयरलाइन के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रही है। ऐसे में इस ब्रांड और इसके अनुभव को बदलने की तत्काल आवश्यकता है। 2024 में वैश्विक स्तर पर यात्रियों की कुल संख्या 4.9 अरब के रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में कंपनी के पास एक बड़ा मौका है। स्थानीय बाजार में इंडिगो नवंबर के मध्य से 12 घरेलू मार्गों पर यात्रियों के लिए बिजनेस क्लास शुरू करने की तैयारी में है।
नया ए350-900 एयरक्राफ्ट तैनात किया
एयर इंडिया ने दिल्ली-लंदन जैसी लंबी दूरी की फ्लाइट पर नया ए350-900 एयरक्राफ्ट तैनात किया है।
इसमें बिजनेस और प्रीमियम इकॉनमी क्लास के लिए नए बिस्तर, चीनी मिट्टी के बर्तन, टेबलवेयर और अपडेटेड एमेनिटी किट दी जा रही है। डोगरा ने कहा कि फरवरी-मार्च 2025 तक हम इसे पूरी दुनिया में उपलब्ध करा देंगे। इससे ग्राहक नया इन-फ्लाइट अनुभव का पेशकश करेंगे। डोगरा ने कहा कि एयर इंडिया ने विमान खरीदने के लिए 70 अरब डॉलर का ऑर्डर दिया है। उसे अब तक छह ए 350 विमानों में से छह की डिलीवरी हो चुकी है। ऐसे 40 विमान मिलने हैं।































