ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। हाल ही में पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष के दौरान अपनी सफल तैनाती के बाद, भारत निर्मित आकाश मिसाइल प्रणाली वैश्विक रक्षा मंच पर एक मज़बूत खिलाड़ी के रूप में उभरी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित इस प्रणाली ने न केवल हवाई खतरों को बेअसर करके, बल्कि पाकिस्तानी सेना के फ़तह-I जैसे निर्देशित रॉकेटों को भी मार गिराकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।
इस अग्नि-परीक्षा ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती वायु रक्षा तकनीक के निर्यातक के रूप में पहचान बनाने के लिए उत्सुकता बढ़ा दी है। इस हालिया सफलता ने काफ़ी ध्यान आकर्षित किया है। आकाश प्रणाली फिलीपींस और ब्राज़ील को संभावित बिक्री में अग्रणी है। दोनों देशों के साथ इस मिसाइल प्रणाली को अपने रक्षा ढांचों में शामिल करने के लिए बातचीत चल रही है। लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और अब निर्देशित रॉकेटों सहित कई लक्ष्यों को भेदने की इस प्रणाली की क्षमता ने इसकी बहुमुखी प्रतिभा और प्रभावशीलता को रेखांकित किया है, जिससे इन बाजारों में रुचि बढ़ी है।
इसके अतिरिक्त पश्चिम एशिया के कई देशों ने आकाश प्रणाली के नवीनतम सीकर संस्करण, आकाश-1 एस में रुचि व्यक्त की है। स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से लैस यह संस्करण इसकी सटीकता को बढ़ाता है।