ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी राज्य में निवेश का सबसे बड़ा आधार वहां का सुरक्षित, स्वस्थ और कर्फ्यू-मुक्त माहौल होता है। “जब व्यक्ति सुरक्षित नहीं है, तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित होगी?” यह सवाल उठाते हुए सीएम योगी ने 2017 से पहले की स्थिति और अब के यूपी की तुलना की।
‘2017 से पहले था दंगा-प्रवण यूपी,
अब पूरी तरह दंगा-मुक्त’
नई दिल्ली में आयोजित एक समाचारपत्र के लीडरशिप समिट में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में निवेश की बात करना ही बेमानी था क्योंकि प्रदेश दंगों, माफिया राज और कर्फ्यू की छवि से जूझ रहा था। 2017 में सरकार बनने के बाद अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई। नतीजा यह हुआ कि आज उत्तर प्रदेश पूरी तरह दंगा-मुक्त है और कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगता। “यूपी में सब चंगा है” अब सिर्फ नारा नहीं, हकीकत बन चुका है।
1 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य तेजी से पूरा करेंगे
सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश ने 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है और 2047 तक इसे 6 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का संकल्प लिया है। पिछले तीन वर्षों में हुई प्रगति संतोषजनक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2027 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने के विजन में यूपी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए अब तक 98 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
‘अयोध्या में राम मंदिर, 500 साल की प्रतीक्षा हुई पूरी’
राम मंदिर का जिक्र करते हुए भावुक सीएम योगी ने इसे अपने जीवन का सबसे बड़ा पल बताया। उन्होंने कहा कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ और प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं शिलान्यास किया। मंदिर बनने के बाद अब तक 24 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। पर्व-त्योहारों पर एक दिन में 35-40 लाख लोग दर्शन कर रहे हैं। सीएम ने बताया कि वे स्वयं राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा रहे और अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ जी के साथ इस संघर्ष में शामिल थे। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने इस सपने को साकार किया।
‘साढ़े आठ साल में बदली यूपी की तस्वीर और तकदीर’
सीएम ने गर्व से कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल गई है। वे स्वतंत्र भारत में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले यूपी के पहले नेता हैं और जनता ने दूसरी बार भारी बहुमत दिया। अब 2027 के चुनाव में फिर से प्रचंड जीत की तैयारी चल रही है।



























