ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। गोपीचंद पी. हिंदुजा ने 1959 में मुंबई के जय हिंद कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद पारिवारिक बिजनेस से करियर की शुरुआत की। पहले ईरान में कारोबार संभाला, फिर कारोबार को विश्व में फैलाया। उनके पिता ने 17 साल की उम्र में ही उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ कारोबार में लगने की सलाह दी थी। हिंदुजा ने बताया था कि वे सुबह 7 से 11 कॉलेज और उसके बाद रात 8 बजे तक ऑफिस में काम करते थे। उन्होंने 47 की उम्र तक छुट्टियां नहीं लीं, वीकेंड पर भी नहीं। एक दिन किसी कार्य के दौरान चक्क र आ गया। डॉक्टर की सलाह पर हफ्ते में एक दिन छुट्टी लेने लगे।
शिफ्ट हुए लंदन
1979 की ईरानी इस्लामिक क्रांति के कारण वे परिवार समेत ईरान से ब्रिटेन शिफ्ट हो गए थे। बड़े भाई श्रीचंद के साथ गोपीचंद ने लंदन में कारोबार शुरू किए।
इस दौरान उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिर ऐसा साम्राज्य बनाया कि आज के समय में हिंदुजा परिवार की ब्रिटेन में कई प्रॉपर्टी हैं, जिनमें बकिंघम पैलेस के पास 67 हजार वर्गफुट का कार्लटन हाउस टेरेस (6 हजार करोड़ रु.) और व्हाइटहॉल की ओल्ड वॉर ऑफिस बिल्डिंग (13,151 करोड़ रु.) शामिल है। हिंदुजा ग्रुप की गतिविधियां 100 देशों तक फैली हैं। फाइनेंस, ऑटोमोटिव, एनर्जी, मीडिया, बैंकिंग व टेक सेक्टर्स में एक्टिव हैं। प्रमुख कंपनियों में अशोक लेलैंड (मार्केट कैप – 82 हजार करोड़ रु.), गल्फ ऑयल, इंडसइंड बैंक, हिंदुजा टीएमटी, इंडसइंड मीडिया एंड कम्युनिकेशंस लिमिटेड हैं।
परिवार की प्रतिष्ठा व पूंजी को शीर्ष तक पहुंचाया गोपीचंद हिंदुजा ने
पी चंद हिंदुजा के नेतृत्व में हिंदुजा परिवार ब्रिटेन का लगातार छठी बार सबसे अमीर घराना घोषित हुआ। हिंदुजा परिवार की कुल नेटवर्थ 37.196 अरब पाउंड है।
‘संडे टाइम्स’ रिच लिस्ट के मुताबिक हिंदुजा परिवार की नेटवर्थ में 37.196 पिछले एक साल के दौरान 2.196 अरब पाउंड का इजाफा हुआ। दोस्तों के बीच ‘जीपी’ के नाम से मशहूर गोपीचंद हिंदुजा का जन्म 1940 में भारत में हुआ। पिछले साल बड़े भाई श्रीचंद हिंदुजा की मौत के बाद वह हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन बने थे। वह अपने भाइयों में उम्र के लिहाज से दूसरे नंबर पर थे। प्रकाश पी हिंदुजा तीसरे और अशोक पी हिंदुजा सबसे छोटे भाई हैं। हर भाई के पास कारोबार की अलग-अलग जिम्मेदारी है।
गोपीचंद हिंदुजा पूरे ग्रुप के चेयरमैन रहे। प्रकाश यूरोप में हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन हैं, जबकि अशोक भारत में हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन है। गोपीचंद लंदन में रहे। प्रकाश मोनैको में जबकि अशोक हिंदुजा भारत में रहते हैं।































