ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर पूरे देश ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी । दिल्ली के ‘सदैव अटल’ स्मारक पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पुष्पांजलि दी। इस दौरान मैथिली भजन ने पूरे माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। बिहार की बेटियों ने भजन गया जो मिथिलांचल की संस्कृति का हिस्सा है। इसे राष्ट्रीय मंच पर दो बेटियों ने प्रस्तुत किया जिसके मुरीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हो गए। कार्यक्रम के बाद वो बिहार की दोनों बेटियों से मिले और उनकी हौसला अफजाई की। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ताली बजाकर दोनों का अभिनंदन किया।
अटल बिहारी वाजपेयी की प्रार्थना सभा में मिथिला की होनहार बेटियों ने अपनी मधुर आवाज सबका मन मोह लिया। यह बिहार और मिथिला की सांस्कृतिर धरोहर के लिए गौरवमयी क्षण रहा। बिहार की परंपरा और संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला। जिसका वीडियो बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया है।
इससे पहले हाल ही में देशभर के 23 चेहरों को नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था। जिसमें बिहार से गायिका मैथिली ठाकुर को भी अवॉर्ड मिला था। मैथिली ठाकुर मैथिली में शिव भजन गाती हैं जो काफी लोकप्रिय हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी पुण्यतिथि के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, अटल जी की विरासत में सांस्कृतिक एकता और विकास की भावना थी। राष्ट्र के चौतरफा विकास को लेकर उनका समर्पण और सेवा भाव विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान के लिए हर किसी को प्रेरित करने वाला है। आपको बता दें अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था। इसके बाद वह 1998 में फिर पीएम बने और उन्होंने 13 महीने तक इस पद को संभाला। साल 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया।
वाजपेयी को आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है। उनकी प्रधानमंत्री सड़क योजना, अंत्योदय योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, पोखरण परमाणु परीक्षण और उनके समय में कारगिल युद्ध में भारत की कूटनीति और युद्धनीति ने समूचे विश्व को नए भारत की ताकत दिखाई।