ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। आजकल बिजी शेड्यूल के चलते लोग अपने लिए ही समय नहीं निकाल पा रहे हैं, जिससे फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों ही प्रभावित होती हैं। हेल्दी रहने के कई तरीकों के बारे में आप वाकिफ होंगे, जैसे कि फिजिकली एक्टिव रहें, हेल्दी खाएं, शराब-सिगरेट, जंक फूड से दूरी बनाकर रहें आदि। ये तरीके आपको फिट रखने का काम करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं फ्रेश एयर में सांस लेना भी आपको कई तरह के फायदे पहुंचा सकता है।
जी हां, खुली हवा में सांस लेने के अनगिनत फायदे हैं, जिससे अधिकतर लोग अनजान हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इससे फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ को बूस्ट किया जा सकता है। रोजाना फ्रेश एयर में केवल 10-15 मिनट बैठने से ही आपका मूड बेहतर होता है, शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है, इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है और तनाव कम होता है, जिससे बॉडी और मन को आराम मिलता है।
कई स्टडीज में सामने आया है कि हमारा माइंड और बॉडी नेचर में आराम करती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की स्टडी के अनुसार, प्राकृतिक वातावरण में समय बिताने से तनाव, डिप्रेशन के लक्षण कम होते हैं जबकि आनंद की भावनाएं और कंसंट्रेट पावर बढ़ती है। रोज सुबह खुली हवा में बैठकर 10 से 15 मिनट गहरी सांसें लेने से आप अपनी मेंटल हेल्थ को बूस्ट कर सकते हैं क्योंकि इससे मस्तिष्क यानी ब्रेन शांत रहता है, शरीर रिलैक्स होता है और मूड अच्छा होता है, जिससे तनाव और चिंता की भावना से राहत मिलती है।
फ्रेश एयर में बढ़ता है ऑक्सीजन का स्तर
ताजी हवा में सांस लेने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ता है, जिससे दिमाग बेहतर ढंग से काम कर पाता है। इसके अलावा ब्रीदिंग में भी सुधार होता है।
ताजी हवा से इम्यूनिटी होती है बूस्ट
बहुत कम लोग ही ये जानते हैं कि ताजी हवा में सांस लेना पूरे शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है। आपकी डेली की इस आदत से इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मदद मिलती है।
दरअसल, ताजी हवा में बैठने से शरीर को विटामिन डी मिलता है, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। इससे शरीर बीमारियों और संक्रमण से लड़ पाता है।
सुधरती है नींद की क्वालिटी
रोजाना ताजी हवा में सांस लेने से नींद से जुड़ी परेशानियां भी खत्म हो सकती हैं। नेचर के साथ टाइम स्पेंड करने से आपकी स्लीप क्वालिटी सुधरेगी और रात में अच्छी नींद आएगी।
पाचन में होता है सुधार
सुबह की खुली हवा में सांस लेने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। इससे शरीर को पेट से संबंधित कई बीमारियों से बचाया जा सकता है।