ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कुछ सालों में कई देशों में बाल विवाह और समय से पहले बच्चे पैदा करने की दरों में वृद्धि हुई है। हालांकि, भारत में ऐसे मामलों में कमी आई है। नेचर साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन में यह दावा किया गया है। शोधकर्ताओं ने 106 देशों पर शोध किया।
शोध में ये तथ्य सामने आए
भारत में 8.38 फीसदी लड़कियों का बाल विवाह होता है। करीब चार फीसदी 19 साल से पहले मां बन रहीं हैं। लगभग छह फीसदी लड़कियां स्कूल से बाहर हैं।
इथियोपिया के वोलो विश्वविद्यालय तथा कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने भारत समेत 106 देशों पर अध्ययन किया। इसमें 1990 से 2023 तक के 12 लाख से ज्यादा किशोरियों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है।
शोध में कहा गया, भारत में अभी 8.38% लडकियों की शादी 18 साल से कम उम्र में कर दी जा रही है। वहीं, 3.62% किशोरियां 19 साल से कम उम्र में मां बन रही हैं। कम उम्र में शादी व मां बनने का असर स्कूली शिक्षा पर पड़ रहा है। भारत में 5.70% लड़कियां स्कूल से बाहर हैं।
बाल विवाह की दरें अब भी अधिक
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बाल विवाह की दरें अब भी अधिक बनी हुई हैं। बांग्लादेश में 55.55% लड़कियां 18 साल से कम उम्र में ब्याही जा रही हैं। सेंट्रल अफ्रीका में 49 फीसदी, माली में यह दर 39 फीसदी है। सबसे कम दर ट्यूनीशिया की है यहां केवल 0.46 फीसदी लड़कियों की ही 18 साल से कम उम्र में शादी की जा रही है।