ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन यानी सीबीएसई ने एकेडमिक सेशन से 2026-27 कक्षा 9 में ओपन-बुक असेसमेंट (ओबीए) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये निर्णय दिसंबर, 2023 में शुरू हुई एक पायलट स्टडी के नतीजों के बाद लिया गया। इस स्टडी के दौरान टीचर्स का भी समर्थन मिला।
हर टर्म के 3 पेन-पेपर एग्जाम पर लागू होगा
ओपन-बुक असेसमेंट कक्षा 9 में हर टर्म के 3 पेन-पेपर एग्जाम के लिए लागू किया जाएगा। इस असेसमेंट में मुख्य रूप से लैंग्वेज, मैथमेटिक्स, साइंस और सोशल साइंस को कवर किया जाएगा। इसमें परीक्षा के दौरान किताबें और नोट्स जैसे रिसोर्सेस का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी।
सीबीएसई की गवर्निंग बॉडी ने इस वर्ष जून में हुई बैठक में ओपन-बुक असेसमेंट का प्रस्ताव रखा था।
क्रिटिकल थिंकिंग को प्रमोट करना उद्देश्य
इसमें क्वेश्चन्स को इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि वे रटने के बजाय एनालिसिस, एप्लिकेशन और क्रिटिकल थिंकिंग पर आधारित हों। उदाहरण के लिए, प्रश्नों में केस स्टडी, डेटा विश्लेषण या वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान शामिल हो सकता है।
ये नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन यानी एनसीएफएसई, 2023 के अनुरूप है, जो नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 पर आधारित है। अगर कक्षा 9 में यह सिस्टम सफल होता है, तो सीबीएसई इसे कक्षा 10 और 11-12 में भी लागू करने पर विचार कर सकता है।
2014 में हुआ था ओपन-बुक एग्जाम
ये पहली बार नहीं है जब सीबीएसई ने ओपन-बुक परीक्षा का प्रयोग किया है। इससे पहले बोर्ड ने 2014 में भी ओपन-बुक एग्जाम करा चुकी है। तब इसका नाम ओपन टेक्स्ट बेस्ड असेसमेंट (ओटीबीए) दिया गया था।
इस दौरान ओबीटीए को कक्षा 9 में हिंदी, अंग्रेजी, मैथमेटिक्स और सोशल साइंस के साथ-साथ कक्षा 11 की इकोनॉमिक्स, बायोलॉजी और ज्योग्राफी के फाइनल एग्जाम में आजमाया गया था।
हालांकि 2017-18 में इसे यह कहते हुए बंद कर दिया गया था कि ओटीबीए छात्रों में क्रिटिकल थिंकिंग स्किल को विकसित करने में सफल नहीं रहा।































