ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। सम्भल के एसपी कृष्ण कुमार, एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश शुक्ला और आगरा की सिपाही प्रियांशी को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक के लिए चुना गया है। जल्दी ही इन तीनों को इस पदक से सम्मानित किया जाएगा।
सम्भल के एसपी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने मृत व्यक्तियों को जीवित दिखाकर उनका बीमा कराने के बाद करोड़ों रुपये वसूलने वाले गिरोह का खुलासा किया था। 18 जनवरी से अब तक ऐसे 17 मामलों में 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरोह 10 साल से फर्जीवाड़ा कर रहा था।
ये गिरोह मरणासन्न और काफी पहले मरे व्यक्तियों के नाम से बीमा करा लेता था। फिर बीमा कम्पनी और बैंक के कर्मचारियों से साठगांठ कर 100 करोड़ से अधिक रुपये हड़प चुका था। इतना ही नहीं कई बार बीमा राशि हड़पने के लिए इस गिरोह ने हत्याएं भी करवाईं। मृत लोगों के नाम पर इस गिरोह ने ट्रक व ट्रैक्टर तक फाइनेंस करवा लिए थे। गिरोह का खुलासा करने पर ही पुलिस मुख्यालय की ओर से एसपी कृष्ण कुमार के नाम की संस्तुति की गई थी।
प्रमेश ने किया छांगुर गिरोह का पर्दाफश
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के अवैध धर्मांतरण की शिकायत जब शासन को मिली तो एसटीएफ को जांच सौंपी गई थी। पिछले साल नवम्बर में एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ला को जांच दी गई। प्रमेश कुमार अपनी टीम लेकर बलरामपुर जिले के उतरौला गए थे। वहां कई दिन रुक कर उन्होंने छांगुर गिरोह की करतूतों को देखा। फिर पूरी तरह से उसके गिरोह का पर्दाफाश कर जांच रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट पर ही शासन ने एटीएस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। छांगुर प्रकरण जब पूरी तरह से खुला तो रिपोर्ट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। छांगुर ने 40 संस्थाओं के जरिए विदेशों से करोड़ों की फंडिंग कराई। स्विस बैंक तक में उसकी करीबी नीतू उर्फ नसरीन के खाते मिले। यह जांच अभी भी चल रही है। छांगुर का नेटवर्क यूपी के कई जिलों से लेकर मुम्बई और दुबई तक फैला हुआ है।
प्रियांशी ने जीता एशियन कुश्ती में स्वर्ण पदक
आगरा की सिपाही प्रियांशी प्रजापति ने इसी साल वियतनाम एशियन चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 50 किग्रा। वर्ग में स्वर्ण पदक दिलाया। इसके अलावा प्रियांशी ने अखिल भारतीय पुलिस प्रतियोगिता में एक रजत पदक, राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते थे।