नीलोत्पल आचार्य
नई दिल्ली। भारतीय किचन की मसालेदानी में मिलने वाला प्रत्येक मसाला अपने आप में एक औषधि होता है। हम आपको एक ऐसे ही मसाले के गुणों से अवगत कराने जा रहे है – यह है इलायची, जो नमकीन भोजन हो या मिठाई सभी का जायका तो बढ़ाती ही है, साथ ही हेल्थ के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है। यह औषधि है इलायची जिसका नाम सुनकर हमारे दिमाग में छोटी सी खुशबूदार हरे रंग की कली की तस्वीर आ जाती है।
इलायची दो प्रकार की होती है। एक छोटी और हरी इलायची जिसका इस्तेमाल आमतौर पर चाय और मिठाइयों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है और दूसरी होती है बड़ी, भूरे रंग की इलायची जिसका चिकित्सीय महत्व ज्यादा है।
खड़े मसालों और गरम मसाले का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाने वाली दोनों ही प्रकार की इलायचियों में कुछ खास प्रकार के पोषक तत्व, फाइबर और तेल पाए जाते हैं जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने में इफेक्टिव माने जाते हैं। खड़े मसाले के रूप में हो या अकेले, इनका इस्तेमाल भोजन में सुगंध, स्वाद और गुण बढ़ाने के लिए किया जाता है।
हरे रंग की इलायची छोटी है, पर बड़े काम की होती है। खाने में खुशबू और जायका बढ़ाने के लिए इसका किया जाता है। इस इलायची के औषधीय महत्व भी हैं और कई तरह की बीमारियों को दूर करने में कारगर मानी जाती है।
शुगर पेशेंट के लिए रामबाण
छोटी हरी इलायची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम भरपूर मात्रा में मिलते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हरे रंग की इलायची में कई तरह के पोषक तत्व, तेल, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बायोटिक पर्याप्त मात्रा पाए जाते हैं। इलायची के प्रभावों पर की गई कई साइंटिफिक रिसर्च से पता चलता है कि इस मसाले के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइपोलिपिडेमिक गुण ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
रोज़ाना खाना खाने के बाद तीन ग्राम छोटी इलायची के सेवन से मोटापा, कब्ज, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज समेंत कई बीमारियों में आराम मिलता है. www.ncbi.nlm.nih.gov पर छपी एक रिसर्च में इलायची पर गहन स्टडी की गई है। इस शोध में खुलासा हुआ है कि इलायची शुगर के मरीजों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होती है।