ब्लिट्ज ब्यूरो
नोएडा। उत्तर प्रदेश के बहुप्रतीक्षित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इसी दिसंबर महीने में उड़ान शुरू करने की योजना पर गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बकास) की टीम ने सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण पूरा कर लिया है और रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है। यह रिपोर्ट जल्द ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भेजी जाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने जानकारी दी है कि बकास की टीम ने पहले दो दिनों तक एयरपोर्ट पर सुरक्षा उपकरणों का परीक्षण किया था पर कुछ कमियों के कारण 1 दिसंबर को फिर से इन्हें जांचा गया।
नायल के नोडल अधिकारी ने कहा कि टीम ने स्कैनिंग सिस्टम, सीसीटीवी कैमरों, एंट्री कंट्रोल पॉइंट्स, बाहरी परिधि सुरक्षा और आतंकी हमले रोकने वाले उपकरणों जैसे एंटी-हाइजैकिंग सिस्टम, बम स्क्वायड तथा थ्री-डी रडार आदि की जांच कर रिपोर्ट बनाई है। इस रिपोर्ट को 2 दिसंबर को डीजीसीए को सौंपने का लक्ष्य रखा गया था।
डीजीसीए देगा लाइसेंस
इसी रिपोर्ट के आधार पर डीजीसीए एयरोड्रम लाइसेंस प्रदान करेगा। अनुमान है कि लाइसेंस प्राप्ति के एक सप्ताह बाद ही एयरपोर्ट का उद्घाटन हो जाएगा।
हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी एयरपोर्ट के उद्घाटन की कोई आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की है। एयरपोर्ट के पहले चरण का निर्माण कार्य 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में समाप्त हो चुका है।
एयरपोर्ट पर तमाम सुविधाएं
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रनवे, टैक्सीवे, टर्मिनल और पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, बैगेज हैंडलिंग, बोर्डिंग, सुरक्षा जांच और यात्री प्रबंधन के तकनीकी परीक्षण भी पूरे किए जा चुके हैं जो सफल रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 नवंबर को एयरपोर्ट की तैयारियों का निरीक्षण किया था। शुरूआत में एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानें और कार्गो सेवाएं शुरू होंगी जिनका विस्तार बाद में चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।































