ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार विक्रोली रेलवे स्टेशन के पास फ्लाईओवर को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। इस ब्रिज के शुरू होने से मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में आना-जाना आसान होगा। ब्रिज के जरिए ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे के जरिए पवई की तरफ जाने से वाहन चालकों का समय और ईंन्धन, दोनों की बचत होगी। साथ ही ब्रिज का फायदा घाटकोपर, विक्रोली और कांजुरमार्ग रेलवे स्टेशनों से 5 किलोमीटर के दायरे में आने-जाने वाले वाहनों को भी मिलेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ब्रिज को यातायात के लिए खोलने का आदेश बीएमसी प्रशासन को दिया गया है।
सीएम ने कहा कि विक्रोली स्थित एलबीएस रोड से ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले इस ब्रिज का काम पूरा हो गया है। बारिश के दौरान एलबीएस रोड पर ट्रैफिक जाम का लोगों को सामना करना पड़ता है।
एकनाथ शिंदे और अजित पवार की ली सलाह
फडणवीस ने कहा कि मैंने बिना देर किए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की सहमति से ब्रिज को खोलने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने वर्ष 2018 में काम का आदेश दिया था। इस पर 105 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। बारिश के दौरान लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए ब्रिज को खोलने का आदेश दिया गया है। 615 मीटर लंबे इस ब्रिज के शुरू होने से लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलने की उम्मीद है। ब्रिज के खुलने से लोगों के 25 से 30 मिनट का समय बचेगा।
एक साल देरी से खुला ब्रिज
विक्रोली ब्रिज आखिरकार एक साल की देरी से खुला है। 10 साल पहले लेवल-क्रॉसिंग गेट बंद होने के बाद से विक्रोली पूर्व-पश्चिम कनेक्टिविटी एक बड़ी चुनौती रही है। मई 2018 में ब्रिज निर्माण के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया गया था। इस ब्रिज का काम पूरा करने के लिए जून 2024 की डेडलाइन रखी गई थी लेकिन काम में देरी की वजह से इस साल की शुरुआत में ब्रिज को मई के आखिरी तक खोलने की योजना थी। पूर्व सांसद मनोज कोटक ने कहा कि बीएमसी, राज्य और केंद्र सरकार से हमारे फॉलोअप का परिणाम है कि विक्रोली कनेक्टिविटी ब्रिज खुला है।
बीएमसी रेलवे का संयुक्त उपक्रम
विक्रोली रेलवे स्टेशन के पास मध्य रेलवे लाइन पर बने इस ब्रिज की कुल चौड़ाई 12 मीटर और लंबाई 615 मीटर है। इसमें से 565 मीटर का निर्माण बीएमसी द्वारा किया गया है। इसके अलावा बाकी 50 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण रेलवे द्वारा किया गया है। गर्डरों का वजन लगभग 25 मीट्रिक टन है। इन गर्डर की लंबाई 25 से 30 मीटर है। तीन चरणों में कुल 18 गर्डर लगाए गए हैं। इस ब्रिज के कुल 19 खंभों में से 12 विक्रोली ईस्ट की तरफ और 7 वेस्ट तरफ बनाए गए हैं। पश्चिम की तरफ एप्रोच है। पश्चिम की ओर ब्रिज एक स्कूल के पास मुड़ता है, उस स्थान पर एक ‘डेक स्लैब’ रखा गया है। साथ ही पूरे पुल पर क्रैश बैरियर, साउंड प्रूफ बैरियर, रेलिंग, पेंटिंग, थर्मोप्लास्टिक, कैट आई, इलेक्टि्रक पोल, डायरेक्शनल साइन आदि का कार्य पूरा कर लिया गया है।