ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने वर्ष 2024 के लिए क्रमशः एफआईएच प्लेयर ऑफ द ईयर (वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी) और गोलकीपर ऑफ द ईयर पुरस्कार (वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर) हासिल किया है। हरमनप्रीत और श्रीजेश दोनों को ओमान में 49वीं एफआईएच कांग्रेस के दौरान यह सम्मान मिला।
हरमनप्रीत ने शीर्ष पुरस्कार हासिल करने के लिए नीदरलैंड के जोएप डी मोल और थियरी ब्रिंकमैन, जर्मनी के हेंस मुलर और इंग्लैंड के जैक वालेस को पीछे छोड़ा। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक में सर्वाधिक 10 गोल किए थे। उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में गोल करने के अलावा स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक के मैच में भारत की तरफ से दोनों गोल किए। भारत ने यह मैच 2-1 से जीतकर ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पोडियम स्थान हासिल किया।
‘आपके बिना कुछ भी संभव नहीं हो पाता’
पेरिस ओलंपिक के बाद खेल से संन्यास लेने वाले श्रीजेश ने गोलकीपर वर्ग में शीर्ष पुरस्कार हासिल करने की दौड़ में नीदरलैंड के पिरमिन ब्लैक, स्पेन के लुइस कैलज़ाडो, जर्मनी के जीन पॉल डेनेबर्ग और अर्जेंटीना के टॉमस सैंटियागो को पीछे छोड़ा। हरमनप्रीत ने इससे पहले 2020-21 और 2021-22 में भी एफआईएच ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीता था लेकिन तीसरा सम्मान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे उन्होंने ओलंपिक पदक जीतने के बाद हासिल किया है। कप्तान के रूप में यह उनका पहला सम्मान है। हरमनप्रीत ने कहा,‘‘सबसे पहले तो मैं इस सम्मान के लिए एफआईएच का आभार व्यक्त करता हूं। ओलंपिक में पदक जीतकर स्वदेश लौटना शानदार रहा जहां हमारा स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। यह बहुत ही खास एहसास था। मैं यहां पर अपने साथियों का जिक्र करना चाहूंगा। आपके बिना यह कुछ भी संभव नहीं हो पाता।’’
‘इस आखिरी खेल सम्मान के लिए धन्यवाद’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमें हर स्तर पर सफलता हासिल करने का मौका देने के लिए हॉकी इंडिया का विशेष आभार व्यक्त करता हूं। मेरी पत्नी और बेटी आज यहां हैं और उनके सामने यह पुरस्कार प्राप्त करना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। इसलिए इसे संभव बनाने वाले सभी लोगों को धन्यवाद।’’ ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले श्रीजेश ने भी तीसरी बार वर्ष के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार हासिल किया। उन्होंने 2020-21 और 2021-22 में यह पुरस्कार जीता था। ‘‘मैं आज बहुत खुश हूं। मेरे खेल करियर के इस आखिरी खेल सम्मान के लिए धन्यवाद। यह पुरस्कार पूरी तरह से मेरी टीम का है, डिफेंस का है जिसने यह सुनिश्चित किया कि ज्यादातर हमले मुझ तक न पहुंचें। यह पुरस्कार मिडफील्डर और फॉरवर्ड का है, जिन्होंने मैंने जितने गोल खाए उससे अधिक गोल करके मेरी गलतियों को छुपाया।’’
एफआईएच पुरस्कारों के अन्य विजेता
नीदरलैंड की यिब्बी जानसन (वर्ष की श्रेष्ठ महिला खिलाड़ी), चीन की ये जिओ (वर्ष की श्रेष्ठ महिला गोलकीपर), पाकिस्तान की सुफियान खान (वर्ष का पुरुष उभरता सितारा), अर्जेंटीना की जो डियाज (महिला उभरती हुई खिलाड़ी), नीदरलैंड के जेरोइन डेल्मी (वर्ष का पुरुष कोच), एलिसन अन्नान (वर्ष की महिला कोच), ऑस्ट्रेलिया के स्टीव रोजर्स (वर्ष का पुरुष अंपायर), स्कॉटलैंड की सारा विल्सन (वर्ष की महिला अंपायर)।