ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पाकिस्तान पहलगाम में आतंकवादी हमला करवाकर अपने आप को बहादुर समझ रहा था। बैसरन घाटी में धर्म पूछकर नरसंहार करने की इस बर्बर घटना देश के साथ ही पूरी दुनिया सदमे में आ गई थी। तब भारत ने एक साथ हुंकार भरी और एलान-ए-जंग की घोषणा करते हुए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और उन्हें संरक्षण देने वाले उनके आका को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। इंडियन आर्म्ड फोर्सेज ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च कर महज 22 मिनट में पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 टेररिस्ट कैंप को मिट्टी में मिला दिया। भारत ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से ऐसा प्रचंड प्रहार किया कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अभी तक उसे भूल नहीं पा रहे हैं। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान की ऐसी हालत तब है, जब भारत ने अभी तक अपने ‘ब्रह्मास्त्र’ का इस्तेमाल नहीं किया है।
भारत ने अग्नि सीरीज के तहत लंबी दूरी तक मार करने वाली आईसीबीएम यानी इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल डेवलप की है। इनमें से अग्नि-5 लंबी दूरी तक मार करने वाली खतरनाक मिसाइल है। डीआरडीओ की ओर से डेवलप यह मिसाइल न्यूक्लियर के साथ ही कन्वेंशनल वॉरहेड (परंपरागत हथियार) को ले जाने में सक्षम है। अग्नि-5 की ऐसी कई खूबियां हैं, जो इसे बेहद ही खतरनाक और घातक बनाती हैं। अग्नि-5 एक साथ कई टारगेट को तबाह करने में सक्षम है. अग्नि-5 को ऐसी तकनीक से लैस किया गया है, जिसे डिफेंस एक्सपर्ट मिसाइल बस कहते हैं। जिस तरह बस में एक साथ कई यात्री सफर कर सकते हैं, उसी तरह अग्नि-5 मिसाइल एक साथ कई वॉरहेड को अपने साथ ले जाने और दुश्मनों पर हमला करने में सक्षम है। अग्नि-5 के विकास के साथ ही मिसाइल टेक्नोलॉजी में भारत गिने-चुने देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है।
अग्नि-5 इंटर-कॉन्टिनेंटल मिसाइल की रेंज इतनी ज्यादा है कि पाकिस्तान चाहे भी तो वहां तक अपने पैर नहीं फैला सकता। इसकी रेंज में चीन का अधिकांश हिस्सा भी आ गया है। विशेषज्ञों की मानें तो अग्नि-5 की रेंज 5000 से 5800 किलोमीटर के रेंज में है। कुछ एक्सपर्ट तो इसकी रेंज 7000 किलोमीटर से भी ज्यादा बताते हैं। भारत अग्नि सीरीज के तहत डेवलप की जा रही मिसाइल की रेंज को 10,000 से 12,000 किलोमीटर तक करने की योजना पर भी काम कर रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत ने जिस ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया, फिलहाल उसकी अधिकतम रेंज 450 किलोमीटर है। शुरुआत में इसकी रेंज 290 किलोमीटर थी। इसे बढ़ाकर 800 किलोमीटर तक करने की प्लानिंग पर डीआरडीओ लगातार काम कर रहा है। अब जरा सोचिए जो पाकिस्तान ब्रह्मोस मिसाइल के प्रहार से ही बिलबिला उठा यदि उसपर अग्नि-5 से अटैक किया गया तो आतंकवादियों के आका का क्या हाल होगा। पाकिस्तान एक ही झटके में छिन्न-भिन्न हो जाएगा।
एम आईआरवी तकनीक से लैस है अग्नि-5
11 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बड़ा एलान करते हुए कहा था कि अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का एम आईआरवी यानी मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हिकल टेक्नोलॉजी के साथ सफल परीक्षण किया गया है। इसके साथ ही भारत उस क्लब में शामिल हो गया, जिसमें चुनिंदा देश ही शामिल हैं।