ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने जी7 की बैठक से अलग 10 घंटे के भीतर 12 द्विपक्षीय बैठकें कीं। वैश्विक नेताओं के साथ पीएम मोदी की मजबूत बॉन्डिंग भी इन बैठकों के दौरान देखने को मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिन में तीन देशों का दौरा किया। साइप्रस के बाद प्रधानमंत्री मोदी कनाडा पहुंचे, जहां उन्होंने 51वें जी7 सम्मेलन में शिरकत की। उनकी इस यात्रा का अंतिम पड़ाव क्रोएशिया रहा। पीएम मोदी के इस विदेश दौरे के दौरान वैश्विक स्तर, विशेष रूप से जी7 समिट पर भी भारत की धमक दिखी।
पीएम मोदी ने इस दौरान जी7 की बैठक से हटकर भी वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें कीं। इस दौरान उनकी वर्ल्ड लीडर्स के साथ मजबूत बॉन्डिंग भी देखने को मिली।
उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बानीज के साथ मुलाकात की। इन बैठकों में व्यापारिक सहयोग, निवेश बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक साझेदारी मजबूत करने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी का कनाडा पहुंचने पर कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क जे कार्नी ने स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में क्रोएशिया पहुंचे। पीएम मोदी साइप्रस की आधिकारिक यात्रा और कनाडा में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद क्रोएशिया पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस यात्रा के दौरान पारस्परिक हित के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए क्रोएशिया के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत की।
क्रोएशिया व भारत के बीच सदियों पुराने घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध : पीएम
पी एम मोदी ने विदेशी दौरे पर रवाना होने से पहले नई दिल्ली में एक बयान में कहा था, “मैं क्रोएशिया गणराज्य की अपनी यात्रा और राष्ट्रपति जोरान मिलनोविक और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ बैठकों को लेकर आशान्वित हूं।”
उन्होंने कहा था, ‘‘हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुराने घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध हैं। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा के रूप में, इससे पारस्परिक हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे।’’ भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्रोएशिया की यात्रा से पहले नई दिल्ली में एक बयान जारी किया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था, “क्रोएशिया की यात्रा यूरोपीय संघ में भागीदारों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगी।