ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली।पहलगाम हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार माना है। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 5 बड़े फैसले लिए हैं।
इनमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोका गया है। अटारी चेक पोस्ट बंद कर दिया गया है। वीजा भी बंद कर दिया गया और उच्चायुक्तों को हटा दिया है। इसके अलावा भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई से थर-थर कांप रहा है नापाक पड़ोसी। बचाव के उपायों पर विचार के लिए पाकिस्तान में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई गई है।
इधर पीएम मोदी के आवास पर हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग ढाई घंटे चली। इसी मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ फैसले लिए गए।
भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर दिया गया। पाकिस्तानी नागरिक अब भारत दौरा नहीं कर सकेंगे। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है। सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद कर दिए गए हैं।
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन में तैनात पाकिस्तानी डिफेंस एडवाइजर्स को भारत छोड़ने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है।
दोनों हाई कमीशन में तैनात कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 की जाएगी। बैठक में पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ, एनएसए अजित डोभाल शामिल हुए। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में थे, जहां उन्होंने मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। शाह ने बैसरन घाटी का हवाई दौरा भी किया। उल्लेखनीय है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 27 भारतीयों की मौत हो गई थी।
पहलगाम अटैक में 2 लोकल और 3 पाकिस्तानी आतंकी शामिल बताए गए हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने उनके स्केच जारी किए हैं।
आतंकियों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं।
हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में
इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है, जो पाकिस्तान में मौजूद है। पुलिस ने आतंकियों की जानकारी देने वाले को ₹20 लाख के इनाम का एलान किया है।
पाकिस्तान में खलबली
भारत के पांच बड़े एक्शन से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। घबराकर पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सिंधु जल समझौते को रोकने और राजनयिक संबंधों में कटौती करने के भारत के कदम पर उचित जवाब के लिए शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व बैठक करेंगे। आसिफ ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और प्रमुख कैबिनेट मंत्री शामिल होंगे। ऐसी बैठकें ऐसे महत्वपूर्ण अवसरों पर बुलाई जाती हैं जब राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में आ जाती है।